पाकिस्तान के नागर विमानन नियामक ने विमान यात्रियों के चेक-इन किए जाने वाले सामानों को श्रिंक रैप कराना अनिवार्य किए जाने का आदेश दिया है। इस आदेश की यात्रियों एवं पर्यावरणविदों की ओर से आलोचना हो रही है।
पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएए) के महानिदेशक शाहरुख नुसरत ने रविवार को कहा कि विमान में लदने वाले यात्री सामान को रैप कराना अब ‘अनिवार्य’ बना दिया गया है। ऐसा ‘सुरक्षा’ की जरूरत को देखते हुए किया गया है।
श्रिंक रैप के लिए यात्रियों को प्रति बैग 50 रुपये का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा, ”इसके लिए तत्कालिक आधार पर नयी प्लास्टिक रैपिंग मशीनें लगायी जा रही हैं।” ज्यादा विमान यात्राएं करने वालों ने नियामक के इस फैसले पर रोष जताया है।उनका कहना है कि एक अनाम कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है जो रैपिंग का काम करती है।
एक व्यक्ति ने रोष में इसे ‘वैध भ्रष्टाचार’ करार दिया। एक वकील एवं पत्रकार आयशा तामी हक इसे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाला कदम बताती हैं।