जयपुर हिजाब विवाद” राजनीतिक अखाड़ा बना गंगापोल सरकारी विद्यालय-अब हिंदू छात्राओं ने की मां सरस्वती की पूजा…

  • राजस्थान में हिजाब विवाद अब बढ़ता ही जा रहा है.
  • गंगापोल इलाके में सरकारी स्कूल की मुस्लिम छात्राओं द्वारा विधायक बालमुकुंद आचार्य के हिजाब को लेकर की गई टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन क्या गया था..
  • उसके बाद शिक्षा मंत्री ने ऐलान किया है कि सभी स्कूलों में ड्रेस कोड होना चाहिए और मां सरस्वती की पूजा भी होनी चाहिए,
  • शनिवार को सभी धर्म की छात्राएं स्कूल ड्रेस में विद्यालय पहुंचीं.
  • विद्यालय में माता सरस्वती की पूजा अर्चना की गई और राष्ट्रगान गाया,

जयपुर गंगापोल स्थित सरकारी स्कूल में हिजाब को लेकर हुए विवाद बढ़ता ही जा रहा हे अब स्कूल की छात्राएं गणवेश में नजर आने लगी हैं. शनिवार को सभी धर्म की छात्राएं स्कूल ड्रेस में विद्यालय पहुंचीं. विद्यालय में माता सरस्वती की पूजा अर्चना की गई और राष्ट्रगान गाया. जिससे विद्यालय के छात्र दो गुट में बट गए हैं और विद्यालय में हिजाब विवाद तूल प पकड़े हुए हैं हुए हैं

मुस्लिम छात्राओं ने किया था सुभाष चौक पर विरोध प्रदर्शन

इस विद्यालय में सोमवार को हवा महल विधायक बालमुकुंद आचार्य के जय श्री राम के नारों और हिजाब को लेकर मुस्लिम छात्राओं ने सुभाष चौक थाने का घेराव किया था. समुदाय विशेष की छात्राओं का आरोप था कि बाबा बालमुकुंद आचार्य ने स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में धार्मिक नारे लगवाए और छात्राओं के हिजाब को लेकर भी सवाल उठाए.

26 जनवरी के दिन हुई थी विवाद की शुरुआत

26 जनवरी को सरकारी विद्यालय के एनुअल फंक्शन में बालमुकुंद आचार्य पहुंचे थे, जहां उन्होंने धार्मिक नारे लगवाए थे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बवाल हो गया था. 29 जनवरी सोमवार को सरकारी स्कूल की छात्राओं ने सुभाष चौक थाने का घेराव करके विरोध प्रदर्शन किया. छात्राओं का आरोप था कि विद्यालय के एनुअल फंक्शन में हवा महल विधायक बाबा बालमुकुंद आचार्य को आमंत्रित किया गया था. बाबा बालमुकुंद आचार्य ने एनुअल फंक्शन में हिजाब को लेकर बातें की और धार्मिक नारे लगवाए. हिजाब पहनी हुई छात्राओ के लिए कहा था कि सांस भी आता है या नहीं.

राजनीतिक अखाड़ा बना स्कूल

उसके बाद सुभाष चौक इलाके में छात्राओं के प्रदर्शन ने राजनीतिक रूप ले लिया था. प्रदर्शन में कई राजनेता भी शामिल हुए थे. आदर्श नगर से कांग्रेस विधायक रफीक खान, कांग्रेस नेता आरआर तिवारी, पप्पू कुरैशी समेत कई कांग्रेस के नेता छात्राओं के प्रदर्शन में पहुंचे थे और छात्राओं का समर्थन किया था. दूसरी और बीजेपी के कई दिग्गज नेता भी बालमुकुंद आचार्य के समर्थन में उतरे थे और शिक्षा मंत्री ने भी इस विवाद के बाद स्कूल में ड्रेस कोड और मां सरस्वती की पूजा सहित कई चीजों को लेकर सख्त हिदायत दी थी

वहीं, दूसरी तरफ हिंदू छात्राओं ने बालमुकुंद आचार्य के समर्थन में सुभाष चौक थाना अधिकारी को ज्ञापन सोपा था. ज्ञापन में कहा था कि बाबा बालमुकुंद आचार्य ने कुछ गलत नहीं बोला था. स्कूल स्टाफ पर आरोप लगाते हुए छात्राओं ने कहा था कि विद्यालय में सरस्वती पूजन नहीं होती है और प्रार्थना भी नहीं करवाई जाती है. इसके बाद यह मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा. उसके बाद यह मामला सिर्फ जयपुर तक ही नहीं बल्कि राजस्थान भर में फैल गया और हिजाब को लेकर प्रदेश दो गुट में बट गया!!

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