अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी नहीं रहे-कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं की गईं बंद..

  • सैयद अली शाह गिलानी ने की थी तहरीक-ए-हुर्रियत की स्थापना
  • जम्मू-कश्मीर के सोपोर निर्वाचन क्षेत्र से वह 3 बार विधायक भी रहे
  • पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गिलानी के निधन पर दुख जताया

नई दिल्ली।  जम्मू-कश्मीर के बुजुर्ग अलगाववादी नेता और 3 बार विधायक रहे सैयद अली शाह गिलानी का निधन हो गया है। उन्होंने बुधवार रात को अंतिम सांस ली।

केंद्र शासित प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गिलानी के निधन पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि गिलानी साहब के निधन की खबर से दुखी हूं।

कश्मीरी नेता सैयद अली शाह गिलानी का जन्म 29 सितंबर 1929 को हुआ था। वह भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में एक पाकिस्तान समर्थक कश्मीरी अलगाववादी नेता थे।

जिनका आज उनके हैदरपोरा निवास पर निधन हो गया। वह पहले जमात-ए-इस्लामी कश्मीर के सदस्य थे, लेकिन बाद में तहरीक-ए-हुर्रियत की स्थापना की।

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