सपना पाठक हत्या मामले में पुलिस का सनसनीखेज खुलासा ! बेटे दामाद और महंत को किया गिरफ्तार! मंदिर की प्रॉपर्टी को लेकर…….

लखनऊ में खाटू श्याम मंदिर के पास कैलाशपुरी मंदिर आश्रम में प्रयागराज की मूर्छना उर्फ सपना पाठक की 19 मई की रात हत्या की गई थी। महिला की हत्या प्रॉपर्टी को लेकर की गई थी। हत्या कोई और नहीं, आश्रम के 104 साल के महंत राम सुमन चतुर्वेदी की बेटी, दामाद और नाती ने की थी।

पुलिस ने इसका खुलासा कर दिया है। 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि महंत से नजदीकी, मंदिर के चढ़ावे और उसकी प्रॉपर्टी पर सपना का हक बढ़ता जा रहा था। दामाद-बेटी ने कबूल किया कि छोटे-छोटे खर्चों के लिए भी सपना के आगे हाथ फैलाना पड़ रहा था। इसीलिए उसे मार डाला।

बताया जा रहा है कि 16 मई को सपना आश्रम आई थी। 21 की रात पुलिस को जानकारी मिली की गोशाला में एक महिला को दफनाया गया है। 22 को शव बाहर निकलवाया गया। मंगलवार को पोस्टमॉर्टम में पता चला कि सपना की हत्या की गई थी। पुलिस को शुरुआत से ही महंत पर शक था। हत्या का खुलासा होने के बाद जब कड़ी से कड़ी जोड़ी गई तो पूरी कहानी अलग निकली।

परिवार को बचाने के लिए महंत ने गोशाला में दफन कराया
पुलिस के मुताबिक, सोते समय हाथ-पैर बांधकर सपना के सिर पर ताबड़तोड़ डंडों से वार किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। यह सब महंत की जानकारी में हुआ। जो घटना वाले दिन से ही सपना के बीमार होने और अंतिम इच्छा के नाम पर गोशाला में दफनाने की कहानी सुना रहे थे। उसने ही परिवार को बचाने के लिए हत्या के बाद गोशाला के अंदर ही गड्ढा खोदकर शव दफना दिया था। शव के साथ 10 किलो नमक भी डाला था, जिससे बॉडी जल्दी गल जाए।

महंत बोला- सपना को बहुत मानता था, इसी से परिजनों को दिक्कत हो रही थी​​​​​​​
पुलिस के सवालों के आगे लगातार झूठ बोल रहा महंत टूट गया। फिर सपना को 19 मई को बुखार आने के बाद मौत होने पर उसकी अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए गोशाला में दफनाने की बात को फर्जी बताया।महंत ने बताया कि वह सपना को बहुत मानता था, जिसको लेकर परिजनों को दिक्कत हो रही थी। जब हत्या की जानकारी हुई तो पहले तो पुलिस को बताना चाहा, लेकिन परिजनों को जेल हो जाती। इसलिए उनको बचाने के लिए सपना को बुखार आने पर मौत की कहानी बनाकर पुलिस को सुना दी।

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