बोले सौरव गांगुली BCCI अध्यक्ष पद से कम कुछ स्वीकार नहीं IPL चेयरमैन का पद भी ठुकराया…..

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में पिछले कुछ दिनों से काफी हलचल चल रही है। बोर्ड में अलग-अलग पदों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर काफी जद्दोजहद चल रही है। बोर्ड के मौजूदा पदाधिकारी सही उम्मीदवार के चुनाव के लिए कई मीटिंग भी कर रहे हैं। 18 अक्तूबर को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद समेत पांच अलग-अलग पदों के लिए चुनाव होने हैं, जिसके लिए आज से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

इसी कड़ी में बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली भी मुंबई पहुंच चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज भी मुंबई में एक बैठक हो सकती है। इसके लिए स्टेट क्रिकेट बोर्ड के तमाम अधिकारियों को भी मुंबई पहुंचने के लिए कहा गया है। पिछले हफ्ते भी गांगुली ने नई दिल्ली में नेशनल क्रिकेट बॉडी के तमाम स्टेकहोल्डर्स के साथ मीटिंग की थी। हालांकि, इस मामले में अब एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सौरव गांगुली ने दोबारा बीसीसीआई अध्यक्ष बनने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन उन्हें यह कहकर मना कर दिया गया कि बोर्ड में दो बार अध्यक्ष बनने का कोई प्रावधान नहीं है, जबकि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के संविधान में संशोधन किया था और अध्यक्ष को दो बार चुने जाने की अनुमति दे दी थी। सूत्रों ने पीटीआई को बताया- गांगुली को आईपीएल चेयरमैन पद की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। गांगुली ने इसके पीछे यह कारण बताया कि वह बोर्ड के सबसे शीर्ष पद पर रहने के बाद अब बोर्ड की सब-कमेटी के हेड नहीं बनना चाहते। उन्होंने फिर से बीसीसीआई अध्यक्ष बनने की इच्छा जाहिर की थी।

ऐसे में 11 अक्तूबर को चुनावी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और गांगुली का बोर्ड अध्यक्ष के पद से हटना तय माना जा रहा है। आईपीएल चेयरमैन का पद ठुकराने के बाद अब यह पद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के भाई अरुण सिंह धूमल को दिया जा सकता है। गांगुली के ऑफर ठुकराने के बाद बोर्ड के अधिकारियों ने मौजूदा कोषाध्यक्ष अरुण धूमल को प्रमोशन देने का फैसला लिया है। साथ ही अब यह भी तय हो चुका है कि गांगुली की बोर्ड में किसी भी प्रकार की भागीदारी नहीं होगी। ऐसे में असम के मुख्यमंत्री बिस्वा सरमा को पूर्वी क्षेत्र का प्रतिनिधि बनाया जा सकता है।

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