बिहार में नीतीश कुमार सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता साफ हो गया है।
राजभवन के स्तर पर अभी मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी नहीं है, लेकिन अब ऐसा हो जाएगा। और ऐसा इसलिए कि ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के फॉर्मूले के तहत भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सीएम नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है
वही जायसवाल के इस्तीफे के बाद, भाजपा से एक नए चेहरे को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, जदयू कोटे से भी एक से दो नए मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरण का खास ध्यान रखा जा रहा है, जिसमें अगड़ी जाति, अतिपिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग और कुर्मी समाज के प्रतिनिधियों को मंत्री बनाए जाने की संभावना है।
बात दे की मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्यपाल से समय मांगा गया है, जिसके बाद नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। यह मंत्रिमंडल विस्तार आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए किया जा रहा है, जिसमें नीतीश कुमार सरकार नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करके अपनी रणनीति को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
रिपोर्ट:- कनक चौहान