- चार माह पहले नाले की खुदाई के दौरान गिर गया था चौकीदार का घर
- प्रशासन व एसपी से मांगी मदद, सैफनी पुलिस चौकी प्रभारी व उनकी टीम ने बनवाकर दिया घर
- पक्का घर पाकर खिले बच्चों के चेहरे, चौकी प्रभारी ने मिठाई खिलाकर दिया घर का तोहफा
रामपुर. सैफनी पुलिस ने सोमवार को मानवता की मिसाल पेश की है। चार माह से पन्नी तानकर सात बच्चों व पत्नी के साथ रह रहे चौकीदार को सैफनी पुलिस ने घर बनवाकर दिवाली का तोहफा दिया है।
चौकी प्रभारी ने टीम के साथ चौकीदार के घर पहुंचकर उसे मिठाई खिलाई और तोहफे में घर दिया। मकान के निर्माण पर 70 हजार रुपए से अधिक खर्च आया था, जो पुलिस वालों ने खुद के सहयोग से जुटाया था।
नाले की खुदाई के दौरान ढह गया था घर
छितौनी गांव निवासी रहीस अहमद सैफनी चौकी में चौकीदार के पद पर कार्यरत है। चौकीदारी के अलावा वह मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। जून माह में गांव में नाले की खुदाई का काम चल रहा था।
नाले से सटा हुआ ही रहीस और उसके मरहूम भाई का मकान बना हुआ है। नाले की खुदाई के दौरान नाले का पानी रहीस के मकान की नींव में चला गया।
जिसके चलते 21 जून की सुबह उसका मकान भरभराकर गिर गया था। घटना में उसकी पत्नी और आठ वर्षीय बेटी रायमीन समेत कई घायल भी हो गए थे।
रहीस ने बताया कि उसने घर बनवाने को ग्राम प्रधान से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पास भी काफी चक्कर लगाए। मगर उसे निराशा ही हाथ लगी। जिसके चलते वह पत्नी और सात बच्चों के साथ पन्नी डालकर ही गुजर बसर करने को मजबूर था।
चौकीदार ने अपने टूटे मकान को बनवाने के लिए पुलिस अधीक्षक को भी प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर चौकी प्रभारी राजेश बैंसला ने गांव जाकर उसकी घर की स्थिति देखी तो उनका दिल पसीज गया।
इसके बाद चौकी प्रभारी राजेस, एसआई मुनिराज सिंह, हेड मुहर्रिर नेपाल सिंह, कांस्टेबिल राजकुमार, गौरव, रविन्द्र आदि ने मकान बनवाने में सहयोग किया।
सोमवार को दीवाली पर्व के दूसरे दिन चौकी प्रभारी समेत पुलिस स्टाफ ने चौकीदार के घर पहुंचकर उसे व उसके बच्चों को मिठाई खिलाई और तोहफे के रूप में उसे मकान बनवाकर दिया। करीब 70 हजार रुपए से अधिक की लगात से बने कमरे का पूरा खर्च पुलिस स्टाफ ने वहन किया।
डबडबाती आंखों से किया पुलिस का शुक्रिया
चार माह से भी अधिक समय तक पन्नी की छत के नीचे रह रहे उसके सात बच्चो और पत्नि को जब पुलिस ने कमरा बनवाकर दीवाली के तोहफे के रूप में दिया तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा।
खुशी के चलते उनकी आंखें छलक आयीं। डबडबाती आंखों से चौकीदार और उसके बच्चों ने चौकी प्रभारी और पुलिस स्टाफ का शुक्रिया अदा किया।
विभाग की महत्वपूर्ण इकाई हैं चौकीदार
चौकी प्रभारी राजेश बैंसला ने कहा कि, रहीस हमारी चौकी क्षेत्र के छितौनी ग्राम का चौकीदार है, जो कि हमारे विभाग की एक महत्वपूर्ण इकाई है। चार माह पहले रहीस का मकान गिर गया था। जिसके चलते वह अपने परिवार के साथ पन्नी डालकर बहुत परेशानी में रह रहा था।
जनसेवा के उद्देश्य से अपना कर्तव्य समझकर हमने पूरे स्टाफ के सहयोग से अपने इस साथी का मकान बनवाया और दीवाली पर्व के अवसर पर चौकीदार को यह तोहफे के रूप में दिया।