मुंबई: बीजेपी और शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर खींचतान के बीच आज भाजपा विधायक दल की बैठक होगी. बैठक में देवेंद्र फडणवीस का विधायक दल का नेता चुना जाना तय है.
बैठक महाराष्ट्र विधान भवन में होगी. केंद्रीय आलाकमान की ओर से नरेंद्र सिंह तोमर व अविनाश राय खन्ना को पर्यवेक्षक बनाया गया है. जो विधायक दल का नेता चुनेंगे.
दोनों पार्टियों के बीच एक राय नहीं बन पा रही:
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस गुरुवार या शुक्रवार को दोबारा राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं. भाजपा को उम्मीद है कि उसकी गठबंधन सहयोगी शिवसेना उसके ऊपर 50-50 के फॉर्मूले को लेकर कोई दबाव नहीं बनाएगी. दरअसल शिवसेना भाजपा से लिखित में सत्ता का बराबर बंटवारा और ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का पद चाहती है. भाजपा इसके लिए तैयार नहीं है जिसे लेकर दोनों पार्टियों के बीच एक राय नहीं बन पा रही है.
दोनों ही पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत नहीं:
सूत्रों की माने तो शिवसेना सरकार गठन में उसका साथ देगी बेशक दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है. शिवसेना का साफ कहना है कि यदि उसकी मांगे पूरी नहीं होंगी तो वह अन्य विकल्पों पर विचार करने के बारे में सोच सकती है. इसके बावजूद भाजपा को लगता है कि शिवसेना उसके साथ आएगी क्योंकि दोनों ही पार्टियों के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत नहीं है. बता दें कि महाराष्ट्र में भाजपा को 105 और शिवसेना को 56 विधायक मिले हैं, कुल 161 का आंकड़ा बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है.