राजधानी दिल्ली में 25 मई को मतदान होना है। उससे पहले बड़ी बड़ी पार्टियों के बड़े नेता चुनाव प्रचार के लिए मैदान में उतरे हुए हैं। जहां एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तर पूर्व दिल्ली में जनसभा को संबोधित किया तो वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी ने भी दिल्ली में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली में पहली रैली के दौरान कहा कि मैं जो चाहूं नरेंद्र मोदी से बुलवा सकता हूं। मोदी जी आप अडानी-अंबानी का नाम नहीं लेते हैं। दो दिन बाद नरेंद्र मोदी अपने भाषण में कहते हैं कि अडानी-अंबानी। पिछले 10 साल में नरेंद्र मोदी ने छोटे व्यापारियों के लिए कुछ नहीं किया।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि उन्होंने नोटबंदी की, छोटे व्यापारियों का नुकसान हुआ। गलत जीएसटी लागू की। कई व्यापार बंद हो गए। नरेंद्र मोदी ने छोटे व्यापारियों और किसानों का एक रुपया माफ नहीं किया, लेकिन अरबपतियों का 16 लाख करोड़ रुपए कर्ज माफ कर दिया।
कांग्रेस नेता ने शनिवार को दावा किया कि नरेंद्र मोदी उनके साथ बहस करने से इनकार कर रहे हैं क्योंकि प्रधानमंत्री कुछ पसंदीदा व्यवसायियों के साथ अपने संबंधों के बारे में सवालों का जवाब नहीं दे सकते हैं और कैसे उन्होंने चुनावी दुरुपयोग किया है। हमारा लक्ष्य इस संविधान की रक्षा करना है, क्योंकि यही आपका भविष्य है। अगर संविधान खत्म हो गया तो देश के गरीबों, मजदूरों, दलितों से उनका अधिकार छिन जाएगा।
दिल्ली में कांग्रेस द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने अपनी पार्टी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलकर काम करने और राष्ट्रीय राजधानी की सभी सात लोकसभा सीटों पर अपने गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह दिलचस्प है कि मैं इन चुनावों में आप को वोट दूंगा और अरविंद केजरीवाल कांग्रेस को वोट देंगे।