पंजाबः BJP विधायक पर हुए हमले से खफा साथी विधायकों ने कपड़े उतार कर किया CM आवास के बाहर प्रदर्शन….

चंडीगढ़आज मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर बीजेपी के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया है. गौरतलब है कि पार्टी के अबोहर के विधायक पर मुक्तसर में हुए हमले के खिलाफ ये प्रदर्शन किया गया है. असल में भाजपा विधायक अरुण नारंग को कल प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह ने घेर लिया था और उनके साथ मारपीट की थी तथा उनके कपड़े फाड़ दिए थे. जिसके बाद आज सुबह पंजाब के राज्यपाल के साथ बैठक के बाद भाजपा नेता पार्टी के प्रदेश प्रमुख अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के आवास की ओर बढ़े थे.

विधायकों ने विरोध के तौर पर अपनी कमीज उतारी

इस दौरान कुछ विधायकों ने विरोध के तौर पर अपनी कमीज भी उतार दी थी. प्रदर्शनकारियों ने राज्य में कांग्रेस नीत सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए आरोप लगाया  है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चौपट है. शर्मा ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि क्या विपक्षी पार्टी (भाजपा) को अपना विचार रखने का अधिकार नहीं है. मुक्तसर की घटना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा है कि भाजपा की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है. हमने कभी भी लोकतंत्र को इस तरह शर्मसार करते हुए नहीं देखा है. अरुण नारंग की क्या गलती थी? वह राज्य सरकार की विफलताओं को उजागर करने वहां गए थे. 

The murderous attack on BJP MLA Arun Narang has exposed the complete collapse of law & order in Punjab. 

CM Amarinder Singh squarely responsible for it & it looked like the Cong strategy to engineer attack on the BJP leaders on the pretext of farmers.— Tarun Chugh (@tarunchughbjp) March 27, 2021

सीएम अमरिंदर सिंह से इस्तीफे की मांग की

जिसके बाद भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद ने अमरिंदर सिंह से इस्तीफे की मांग की है. सूद ने कहा है कि भाजपा नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है. राज्य में कहीं लोकतंत्र नहीं है. हम मुख्यमंत्री से यह कहने के लिए आए हैं कि वह राज्य चलाने में सक्षम नहीं हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. मुख्यमंत्री ने शनिवार को नारंग पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि राज्य में शांति भंग करने की कोशिश में लगे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं किसान

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब में भाजपा नेता केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के गुस्से का सामना कर रहे हैं. इससे पहले भी प्रदर्शन कर रहे किसानों ने भाजपा नेताओं के कार्यक्रमों को बाधित किया था. इस दौरान कई बैठके भी हो चुकी हैं मगर कोई पुख्ता नतीजा निकल कर सामने नहीं आया है.

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