आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह असम के दौरे पर हैं, दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को झटका देते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी और ईडी की गिरफ्तारी को सही करार दिया है. इसको लेकर असम में चुनावी प्रचार के दौरान अमित शाह ने केजरीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने बातचीत में कांग्रेस पर भी पलटवार किया.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को असम में चुनावी रैली की. इस दौरान एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल पर आए हाईकोर्ट के फैसले पर भी प्रतिक्रिया दी.उन्होंने कहा कि जो लोग दावे कर रहे थे कि हमें फंसाया जा रहा है, उन दावों को आज कोर्ट ने खारिज कर दिया. कोर्ट के पास इनके खिलाफ सबूत भी हैं. वो खुद और इनकी पार्टी दोनों भ्रष्टाचार में सम्मलित है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह असम के लखीमपुर से बीजेपी मौजूदा सांसद प्रदान बरुआ के लिए प्रचार करने पहुंचे थे। पार्टी ने उन्हें लगातार तीसरी बार टिकट दिया है। उनके खिलाफ कांग्रेस ने उदय शंकर हजारिका को मैदान में उतारा है, दरअसल, मंगलवार को ही दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को झटका देते हुए उनकी याचिका खारिज कर दी और ईडी की गिरफ्तारी को सही करार दिया. इस दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि ईडी के पास पर्याप्त सबूत थे दिल्ली सीएम को गिरफ्तार करने के लिए. साथ ही सबूतों से गोवा चुनाव में मनी ट्रेल का पता चलता है.
अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वे हर मुद्दे पर देश विरोधी स्टैंड ले रहे रहे हैं. वो कह रहे हैं धारा 370 नहीं हटनी चाहिए. राम मंदिर नहीं बनना चाहिए. CAA नहीं होना चाहिए. UCC नहीं बनना चाहिए. हर मुद्दे पर देश विरोधी स्टैंड ले रही है कांग्रेस. उनके नेता कहते हैं कि देश को उत्तर भारत और दक्षिण भारत में बांट देना चाहिए. जो लोग देश बांटने की बात कहते हैं, वो देश कैसे चला सकते हैं. हमने 10 साल काम किया है, उसको देखते हुए लोग मोदी सरकार को चुनेंगे.
नॉर्थ ईस्ट पर केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पूरे नॉर्थ ईस्ट के अंदर 10 से ज्यादा समझौते हमने किए हैं. 9000 से ज्यादा उग्रवादियों ने सरेंडर किया है. इसके चलते ही हजारों लोग रोड पर (शाह की रैली में) हमारे साथ हैं. यही बताता है कि फ्री एंड फेयर इलेक्शन हो रहा है, आतंकवाद का कोई भय नहीं रहा है. पूरा नॉर्थ ईस्ट असम समेत विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है.
इससे पहले उन्होंने असम में रैली को संबोधित करते हुए कहा, “1962 के चीनी हमले के दौरान नेहरू ने असम और अरुणाचल प्रदेश को ‘बाय-बाय’ कहा था. इन राज्यों के लोग इसे कभी नहीं भूल सकते, लेकिन अब, चीन हमारी जमीन का एक इंच भी अतिक्रमण नहीं कर सका. यहां तक कि डोकलाम में भी हमने उन्हें पीछे धकेल दिया, पूरा अरुणाचल प्रदेश और असम 1962 को भूल नहीं सकता है। डोकलाम में नरेंद्र मोदी के समय में थोड़ी हिम्मत की गई और 45 दिन तक रोक कर रखा और पीएम नरेंद्र मोदी ने वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया, शाह ने यह भी कहा कि बांग्लादेश के साथ असम की सीमा पहले “घुसपैठ के लिए खुली” थी. उन्होंने कहा, “फिर केंद्र में मोदी सरकार आई और यहां हिमंता बिस्वा सरमा की सरकार, अब, हम कह सकते हैं कि घुसपैठ रुक गई है!
रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा (पटना)