चंपारण में महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ को लेकर गढ़चिरौली में विरोध सभा ….

गढ़चिरोली : महात्मा गांधी के प्रथम शांति अहिंसा जनांदोलन स्थल पूर्वी चंपारण, मोतिहारी शहर बिहार के चरखा पार्क स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की ऐतिहासिक प्रतिमा को कुछ असामाजिक तत्वों ने तोड़ फोड़कर द्वेष व हिंसा फैलाने के षड्यंत्र का आज गढ़चिरोली स्थित इंदिरा गांधी चौक में कड़ा निषेध व्यक्त किया गया।

महात्मा गांधी अंतराष्ट्रीय विचार मंच, सर्वोदय मंडल, श्री गुरुदेव सेवा मंडल, जन अधिकार मंच, भारतीय बौद्ध महासभा तथा आल इंडिया बंजारा सेवा संघ के संयुक्त तत्वावधान में उपरोक्त घटना का सभा लेकर सार्वजनिक रूप से निषेध किया गया।

निषेध सभा की अध्यक्षता गढ़चिरोली जिला श्री गुरुदेव सेवा मंडल अध्यक्ष व भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास समिती गडचिरोली डॉ एस बी कुंभारे ने किया।

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विचार मंच के अंतरराष्ट्रीय संयोजक एवं संस्थापक विश्व शांतिदूत प्रकाश आर अर्जुनवार ने निषेध सभा का नेतृत्व करते हुए कहा शहर व देशवासियों द्वारा ऐसी कुविचारों का जवाब शांति, अहिंसा एवं बंधुभाव को बढ़ाकर करना चाहिए। भविष्य में ऐसी घटनाओं का प्रत्येक राज्य की सरकार तथा देश की कानून व्यवस्था तथा नागरिकों में ऐसी दुर्भावना को इंसानों की सामाजिकता के बीच कोई स्थान नहीं देना ही देश दुनिया में आपसी शांति व सौहार्द को बढ़ाने का जन आव्हान विश्व शांतिदूत प्रकाश आर अर्जुनवार ने किया है।

जबकि मुख्य वक्ता के रूप में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विचार मंच के गांधी – आंबेडकर विचार प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक श्री रोहिदास राऊत ने अपने विचार रखते हुए कहा महात्मा गांधी जी की प्रतिमा को असामाजिक तत्वों द्वारा खंडित किया जाना घोर निंदनीय घटना है। वर्तमान में देश के हालात ठीक नहीं है व विचार धाराओं में मतभेद निर्माण कर आपस में लडाने के अभियान को देश की जागरूक जनता ने मिलकर हद्द पार करने की आवश्यकता बताया।

निषेध सभा को कवयित्री श्रीमती कुसुमताई अलाम आदिवासीं साहित्यिक, पंडित पुडके अ भा श्री गुरुदेव सेवा मंडळ गडचिरोली, श्री देवानंद कामडी जिल्हा अध्यक्ष सर्वोदय मंडळ गडचिरोली, गढ़चिरोली जिला संयोजक श्री मनोहरराव हेपट, श्री गोवर्धन चव्हाण, श्री पांडुरंग घोटेकर अध्यक्ष जेष्ठ नागरिक संघटना गडचिरोली, श्री सुखदेवजी वेठे, मधुकर भोयर, प्रा. गौतम डांगे, मेघराज राऊत, श्री भाऊराव पत्रे महा अंनिस तालुका वडसा, श्री गौतम दुर्गे, आदिं ने मार्गदर्शन किया।

संचालन श्री विलास निंबोरकर महा अंनिस साहित्य प्रचार व प्रसार प्रमुख, आभार प्रदर्शन श्री मधुकर भोयर ने किया।

कार्यक्रम की सफलता हेतु प्रा. दिपक ठाकरे, संचित कुडवे, विशाल गुरनूले, अरून पुडो, यथार्थ मेश्राम ने किया।

निषेध सभा में दशरथ जक्कुलवार, विनायक कुंदोजवार, संभाजी बागेसर, सलीम बुधवानी, दिलीप गोवर्धन सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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