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बिहार छापेमारी करने गए पुलिस इंस्पेक्टर की पीट-पीटकर हत्या- जानिए पूरा मामला…

  • बिहार-बंगाल सीमा मे छापेमारी की दौरान अपराधियों द्वारा एक थानेदार की हत्‍या कर दी गई है.
  • बताया जा रहा है कि  किशनगंज नगर थाने के SHO अश्‍व‍िनी कुमार अपनी टीम के साथ एक लूट कांड के मामले में छापेमारी करने गए थे,
  • इसी दौरान हिंसक भीड़ ने उन्हें पीटकर मार डाला

बिहार के किशनगंज जिले से बड़ी खबर.बंगाल सीमा पर छापेमारी करने गए किशनगंज टाउन थानाध्यक्ष की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। घटना उस वक्त की है जब किशनगंज टाउन थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार अपनी टीम के साथ किशनगंज से सटे बंगाल के बनतापारा में शुक्रवार देर रात चोरी केस में छापामारी करने गए थे।

जानकारी के अनुसार मॉब लिंचिंग का मामला बताया जा रहा है।

घटना की सूचना पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में पुलिस टीम मौके पहुंची। घटना की सूचना पर वरीय पुलिस अधिकारी पूर्णिया आईजी सुरेश चौधरी और एसपी कुमार आशीष मौके पर पहुंचे।  

टाउन थानाध्यक्ष का शव पोस्टमॉर्टम के लिए इस्लामपुर अस्पताल लाया गया है जहां वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। 


सीतामढ़ी में शराब तस्करों ने दारोगा की गोली मारकर की थी हत्या
बता दें कि बिहार के पुलिस अधिकारी की हत्या का ये नया मामला नहीं है। इससे पहले भी छापेमारी के दौरान कई पुलिस अधिकारियों की हत्या हो चुकी है। अभी हाल ही बीते 24 फरवरी को बिहार के सीतामढ़ी में शराब तस्करी होने और शराब की खेप उतरने की गुप्त सूचना पर  मेजरगंज के दारोगा दिनेश राम ने पुलिस फोर्स के साथ रेड की थी। इस दौरान तस्करों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।

पुलिस ने दारोगा दिनेश राम हत्याकांड में तीन नामजद और अन्य अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस केस में दो नामजद पकड़े गए थे, जबकि एक रंजन सिंह की लाश घटनास्थल से तीन-चार किलोमीटर की दूरी पर बरामद हुई थी। मामले में मेजरगंज थाना में कांड संख्या 34/21 दर्ज किया गया। इसमें रंजन सिंह, मुकुल सिंह, अभिषेक सिंह और अन्य अज्ञात के खिलाफ दर्ज हुआ था। पुलिस के मुताबिक इन तीनों का विस्तृत आपराधिक इतिहास है। पुलिस के मुताबिक मामले में सभी नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है

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