हरियाणा के नूंह और गुरुग्राम जिले में सांप्रदायिक हिंसा के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भारी मात्रा में पुलिस फोर्स और केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है। नूंह में हिंसा के मामले में अब तक 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस ने बताया है कि 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वही नूंह के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब तक 22 एफआईआर रजिस्टर्ड हुई हैं।
अधिक जानकारी के लिए बता दें नूंह में 31 जुलाई को एक शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया था। इसके साथ ही इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई थी।
57-57 लाख मुआवजे का ऐलान–
नूंह में दो होमगार्ड सहित 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की मौत गुरुग्राम में हुई है। हरियाणा पुलिस ने नूंह में हुई हिंसा में जान गंवाने वाले दो होमगार्ड के परिवारों को 57-57 लाख रुपये का मुआवजा देने की मंगलवार को घोषणा की है।
नूंह में हिंसा के दौरान पत्थरबाजी के लिए बच्चों को कथित रूप से इस्तेमाल किए जाने की भी रिपोर्ट सामने आई हैं। इसे लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जांच की मांग की है।
आयोग ने पत्र में कहा, ”आयोग आपके कार्यालय से मामले पर गौर करने और घटना की जांच कराने का अनुरोध करता है। इसके अलावा इस गैरकानूनी प्रदर्शन में जिन बच्चों का प्रयोग किया गया उनकी पहचान की जानी चाहिए और अगर उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने की जरूरत है तो उन्हें बाल सुधार समिति के समक्ष पेश किया जाना चाहिए.”
वही प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार 1अगस्त को राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और शीर्ष अधिकारियों के साथ चंडीगढ़ में बैठक की।
बैठक के बाद सीएम ने कहा, पूरी घटना किसी बड़ी साजिश का हिस्सा लगती है।उन्होंने हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने का अंदेशा जताते हुए कहा कि उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
नूंह में हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों को रात में गश्त बढ़ाकर अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, हापुड़, अलीगढ़, शामली और गौतम बुद्ध नगर पुलिस को विशेष सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही राजस्थान के भरतपुर में भी पुलिस अलर्ट पर है।