- राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा में बोल सकते हैं।
- यदि ऐसा होता है तो सभी की निगाहें इस भाषण के दौरान प्रधान मंत्री पर होगी।
- सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री अपने संबोधन में कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा उठाए गए सभी चिंताओं और सवालों का जवाब दे सकते हैं।
- संसद के बजट सत्र की शुरुआत के बाद से, विपक्ष ने लगातार कृषि कानूनों पर केंद्र पर हमला किया है।
नई दिल्ली : राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा आज भी जारी रहेगी। ऐसे में उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में बोल सकते हैं। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी सदन में अपने भाषण के दौरान कृषि कानून को लेकर अपनी बात रख सकते हैं। पीएम मोदी के भाषण के बाद कृषि कानून पर आगे की दिशा क्या होगी वो भी तय हो जाएगी।
हालांकि केंद्र सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि वो कृषि कानून वापिस नहीं लेगी। केंद्र सरकार क तमाम वरिष्ठ नेता कह चुके हैं कि इस कृषि कानून से किसानों को ही फायदा होने वाला है।

BJP ने अपने सांसदों को जारी किया थ्री-लाइन व्हिप
भाजपा ने 5 फरवरी को राज्यसभा में अपने सदस्यों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया था। भाजपा ने व्हिप जारी करते हुए अपने सभी सांसदों से 8 फरवरी से 12 फरवरी के बीच सदन में उपस्थित रहने के लिए कहा है।

दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है और सोमवार को सदन में उपस्थिति रहने के लिए कहा है। ऐसे में आज सदन की कार्रवाई हंगामेदार रहने वाली है। सूत्रो के मुताबिक पीएम मोदी के भा।ण के दौरान कुछ विपक्षी नेता सदन से वॉकआउट भी कर सकते हैं।
बता दें कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा के बाद से पूरा विपक्ष एकजुट हो गया है और खुलकर किसानों के समर्थन में आ गया है।