प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये अमृत भारत स्टेशन योजना को लॉन्च किया।
उन्होंने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पूरे भारत में 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इस मौके पर पीएम ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा, प्ररेणा, संकल्प है।
भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे और उनका पुनर्विकास आधुनिकता के साथ होगा
वही उत्तर प्रदेश में करीब 4500 करोड़ रुपये के खर्च से 55 अमृत स्टेशन को विकिसत किया जाएगा। राजस्थान के भी 55 रेलवे स्टेशन अमृत रेलवे स्टेशन बनेंगे।एक साथ देशभर के 508 स्टेशनों के नवीनीकरण वाली इस योजना के लिए स्टेशनों पर कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें इलाके के केंद्रीय मंत्री, सांसद और विधायक मौजूद रहेंगे।
रेलवे अधिकारी केंद्र सरकार के नए भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता को दोहराएंगे। इन स्टेशनों पर इस भव्य कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
प्रधानमंत्री जिन 508 स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों के शुभारंभ के साथ पूरे भारत में ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ का उद्घाटन करेंगे, इनमें से 71 रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे जोन में हैं। इसे देखते हुए रेलवे ने दिल्ली कैंट, दिल्ली सब्जी मंडी और नरेला में कार्यक्रम का आयोजन करेगा।
क्या है योजना का उद्देश्य—
• स्टेशनों का सिटी सेंटरों के रूप में विकास
• शहर के दोनों छोरों का एकीकरण
• स्टेशन भवनों का सुधार व पुनर्विकास
• बेहतर यातायात व्यवस्था और इंटरमोडल इंटीग्रेशन
• मार्गदर्शन के लिए एक-समान और सहायक सूचक चिन्ह
• मास्टर प्लान में उचित संपत्ति विकास का प्रावधान
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया कि इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24,470 करोड़ होगी और इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान होंगी।
प्रधानमंत्री जिन रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे, उनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान के 55-55, बिहार के 49, महाराष्ट्र के 44, पश्चिम बंगाल के 37, मध्य प्रदेश के 34, असम के 32, ओडिशा के 25, पंजाब के 22, गुजरात और तेलंगाना के 21-21, झारखंड के 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु शामिल हैं।