Join WhatsApp Group Join WhatsApp Group

दिल्ली के एक स्कूल को मिली बम से उड़ने की धमकी मौके पर मची अफरा तफरी…

स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद पूरा स्कूल परिसर को खाली कराया गया..
स्कूल प्रशासन ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने डॉग स्क्वॉड टीम के साथ स्कूल परिसर में तलाशी अभियान चलाया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्कूल को बम से उड़ाए जाने की बात फर्जी निकली है…
दिल्ली (South Delhi) के ग्रेटर कैलाश इलाके के एक प्राइवेट स्कूल को ईमेल के जरिए धमकी दी गई है। स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद अफरा-तफरी का माहौल मच गया, पुलिस टीम ने स्कूल में चलाया तलाशी अभियान, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्कूल को बम से उड़ाए जाने की बात फर्जी निकली है। स्कूल परिसर में गहन जांच के बाद कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है, फिलहाल पुलिस की टीम जांच में जुटी है। धमकी भरा मेल किसी डोमेन से भेजा गया था। इसकी जांच की जा रही है। पुलिस ने कहा कि पहले भी कई स्कूलों को धमकी भरे ई-मेल आ चुके हैं। पता लगाया जा रहा है कि कहीं ये धमकी भरा मेल भी तो उसी डोमेन से तो नहीं आया है। समर फील्ड्स स्कूल की प्रिंसिपल शालिनी अग्रवाल का कहना है कि हमें ये ई-मेल देर रात को मिली थी. इसे आज सुबह के वक्त चेक किया गया. एसओपी के अनुसार, हमने ईमेल मिलने के 10 मिनट के अंदर छात्रों को बाहर निकाल लिया. इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन को सूचित किया गया!

इसको लेकर दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त है..
स्कूल प्रिंसिपल ने कहा, हम पुलिस के बहुत अभारी हैं. उसने ऐसे मौके पर भरपूर समर्थन दिया है. अभी छात्रों को यहां से हटा दिया गया है, पुलिस और बम निरोधक के दस्ते पूरी तरह से सक्रिय हैं. वे जांच कर रहे हैं, बता दे, स्वतंत्रता दिवस की तैयारी अपने देश में जोरो सोरों से चल रहा है। इसको लेकर दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त है। ऐसे में साउथ दिल्ली के स्कूल को बम से उड़ाए जाने की धमकी मिलने के बाद पुलिस प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंच कर छानबीन की। इस धमकी भरे ई-मेल को अफवाह बताया है, इससे पहले मई माह में राजधानी और नोएडा के कम से कम 150 स्कूलों को बम से उड़ाने की झूठी धमकी मिलने के बाद दिल्ली सरकार ने बुधवार को स्कूलों को परामर्श जारी किया. उन्हें यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि उनके आधिकारिक आईडी पर आने वाली ई-मेल को समय रहते देखकर तुरंत सूचित करें!

रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा

Share
Now