शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत का एक हालिया बयान विवादों में है, जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में पकड़े गए छह आतंकियों के बारे में टिप्पणी की। राउत ने आरोप लगाया कि ये आतंकवादी जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो जाएंगे, और इसलिए उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। इस बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं के नेतृत्व में देश की राजनीति का स्तर गिरा है, और यह स्थिति शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता को राजनीति से संन्यास लेने के लिए मजबूर कर रही है। राउत ने कहा कि पवार जैसे नेता की उपेक्षा स्वीकार नहीं की जा सकती, और उनकी राजनीतिक यात्रा ने भारतीय राजनीति में अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने यह भी कहा कि शरद पवार को राजनीति से संन्यास नहीं लेना चाहिए, क्योंकि उनकी उपस्थिति राजनीति के लिए आवश्यक है।
इससे पहले, राउत ने प्रधानमंत्री मोदी से एकनाथ शिंदे और अजित पवार जैसे नेताओं को भाजपा से बाहर करने की मांग की थी, जिन्हें उन्होंने भ्रष्ट करार दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि इन नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले हैं, और प्रधानमंत्री मोदी को अपनी पार्टी में ऐसे नेताओं को जगह नहीं देनी चाहिए।