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पत्नी की तेरहवीं के दिन उसे कमरे में उसी जगह डॉक्टर ने फांसी लगाकर दी जान जाने पूरा मामला…

परतापुर के रिठानी में सोमवार को दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर दिया। यहां निवासी 60 वर्षीय डॉक्टर ने पत्नी की तेरहवीं के दिन फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। डॉक्टर की पत्नी ने भी इसी कमरे में 28 दिसंबर को आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद से डॉक्टर बेहद डिप्रेशन में थे। पोस्टमार्टम नहीं कराने को लेकर पुलिस के साथ परिजनों की काफी देर तक झड़प हुई। बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

रिठानी निवासी डॉ. ब्रिजेश शर्मा और उनकी पत्नी लोकेश शर्मा उर्फ लता साथ रहते थे। लता ने 28 दिसंबर की सुबह इसी मकान में सुसाइड कर लिया था। उनका शव पंखे पर लगाए फंदे पर लटका मिला था। पत्नी की मौत के छह दिन बाद सोमवार सुबह डॉ. ब्रिजेश शर्मा ने भी आत्महत्या कर ली। जिस कमरे में पत्नी ने फांसी लगाई थी, उसी कमरे में और उसी पंखे पर फंदा बनाकर डॉ. ब्रिजेश ने फांसी लगा ली। सुबह परिजनों को आत्महत्या का पता चला तो पुलिस को सूचना दी गई। थाना पुलिस मौके पर पहुंची। डॉ ब्रिजेश के बेटे वैभवदीप शर्मा ने बताया कि छह दिन पूर्व मां ने आत्महत्या की थी। रविवार को उनकी तेरहवीं थी। उन्होंने बताया कि मां की मौत के बाद पिता डिप्रेशन में थे। परिजन बिना पोस्टमार्टम के अंतिम संस्कार करना चाहते थे। हालांकि पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने की बात कही। इसी को लेकर काफी देर विवाद रहा। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

बेटे पर कराया था कातिलाना हमले का मुकदमा
कुछ समय पूर्व डॉ. ब्रिजेश शर्मा का अपने बेटों से विवाद हो गया था। दोनों बेटों को उन्होंने घर से निकाल दिया था। बाद में ब्रिजेश शर्मा ने बेटे पर कातिलाना हमले का भी मुकदमा दर्ज कराया था। इसको लेकर काफी हंगामा हुआ था।

दो साल से चल रहा मनमुटाव
परिवार के अंदर पिछले दो साल से मनमुटाव चल रहा था। डॉ. ब्रिजेश ने कुछ समय पहले संन्यास ले लिया था। इसके बाद बेटों को घर से निकाल दिया था और कहा था कि अपनी व्यवस्था खुद करें। हालांकि पत्नी लता ने विरोध किया था।

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