केंद्र सरकार ने पुदुचेरी के जवाहरलाल स्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) में भारत का पहला एकीकृत MBBS – BAMS कोर्स शुरू करने की योजना बनाई है। इस नए कोर्स के तहत, एलोपैथी और आयुर्वेदिक चिकित्सा को एक ही शैक्षणिक पाठ्यक्रम के तहत शामिल किया जाएगा।
वही आपको बता दे की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने हाल ही में इस योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कोर्स अभी अवधारणा चरण में है और एक नया पाठ्यक्रम विकसित करने के प्रयास जारी हैं। केंद्रीय मंत्री ने जिपमर में नवीनीकृत इमरजेंसी और ट्रामा केयर सेंटर का उद्घाटन करते हुए कहा कि केंद्र सरकार एक एकीकृत चिकित्सा पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बना रही है, जिसमें एमबीबीएस और बीएएमएस को मिलाया जाएगा।
साथ ही जिपमर अपने कराईकल परिसर में 470 बिस्तरों वाले अस्पताल का निर्माण कर रहा है। बाह्य रोगी सेवाएं जनवरी 2027 तक शुरू होने की उम्मीद है, और जून 2027 तक पूर्णता का लक्ष्य है। मंत्री जाधव ने यह भी कहा कि पुडुचेरी सरकार द्वारा एक नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करने के प्रस्ताव पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
बता दे की 2022 में, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने सभी मेडिकल कॉलेजों के लिए एक एकीकृत चिकित्सा अनुसंधान विभाग होना अनिवार्य कर दिया था। 2023 में, शीर्ष चिकित्सा नियामक ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम के फाउंडेशन कोर्स के उद्देश्य को निर्दिष्ट करते हुए उल्लेख किया कि छात्रों को विभिन्न स्वास्थ्य प्रणालियों के बारे में जानकारी दी जाएगी, जिसमें आयुष भी शामिल है।