
साक्षी महाराज ने कहा कि ताजिए में यह कहते हैं कि हाय हुसैन हम न हुए। हुसैन को मारने वाले कौन थे। कहा कि ये लोग तालिबानी सोच के लोग हैं। यह धरती के दुश्मन हैं। अफगानिस्तान से भगा दिए गए तो हिंदुस्तान आ गए। अब यदि हिंदुस्तान उन्हें भगा दे तो समुद्र में डूब मरने के अलावा उनके पास कोई जगह नहीं है।
सिकंदरपुर सरोसी के जंगे नगर चौराहे पर सदर विधायक पंकज गुप्ता द्वारा मंगलवार शाम को आयोजित श्रीकृष्ण महोत्सव में सांसद साक्षी महाराज ने बड़ा बयान दिया। कहा कि अब तक लगभग 40 लाख मुसलमानों का कत्ल हुआ है। कोई मुसलमान हो तो कान खोलकर सुने। यह चालीस लाख मुसलमान किसी आरएसएस या बजरंगदल वाले ने नहीं मारे। बल्कि कलमा पढ़-पढक़र मौलवियों ने मरवाए हैं।
कहा कि ताजिए में यह कहते हैं कि हाय हुसैन हम न हुए। हुसैन को मारने वाले कौन थे। कहा कि ये लोग तालिबानी सोच के लोग हैं। यह धरती के दुश्मन हैं। अफगानिस्तान से भगा दिए गए तो हिंदुस्तान आ गए। अब यदि हिंदुस्तान उन्हें भगा दे तो समुद्र में डूब मरने के अलावा उनके पास कोई जगह नहीं है। कहा कि हिंदुस्तान स्वतंत्र रहे आनंद में रहे इसके लिए प्रदेश में योगी और केंद्र में मोदी का रहना जरूरी है।
इससे पहले गत रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करने अलीगढ़ स्थित उनके मैरिस रोड स्थित आवास पर पहुंचे थे। वहां कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करने का विरोध कर रहे लोगों को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि कुछ आस्तीन के सांप हैं, जो तालिबान सोच रखते हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
मालूम हो कि कल्याण सिंह के निधन पर एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने शोक व्यक्त किया था। इस पर कुछ लोगों ने एएमयू कैंपस में पोस्टर चिपकाकर विरोध जताया था।
साक्षी महाराज ने कहा था कि तालिबान सोच रखने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह मुख्यमंत्री से किया है। कल्याण सिंह जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब विवादित ढांचा तोड़ा गया था, लेकिन था तो मंदिर ही।
बाबर ने मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई। कल्याण सिंह ने सुधार का काम किया। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह के निधन से एक युग का अंत हुआ है। उन्हीं के नेतृत्व में मैंने राजनीति में प्रवेश किया। यहां तक की यात्रा का नेतृत्व कल्याण सिंह ने ही किया। आज दुनिया का सबसे भव्य व दिव्य मंदिर अयोध्या में बन रहा है तो उसका श्रेय केवल कल्याण सिंह को जाता है।