- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है, चाहे वे किसी भी धर्म के हों.
- उन्होंने कहा कि 40 हजार साल से हमारे पूर्वज एक हैं हिंदू-मुस्लिम एकता की बात करना करना भ्रामक है क्योंकि वे अलग-अलग नहीं, बल्कि एक हैं.
- पूजा करने के तरीके के आधार पर लोगों में भेद नहीं किया जा सकता. उक्त बातें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में गाजियाबाद में कही.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है फिर चाहे वे किसी भी धर्म के हों. साथ ही साथ हिंदू-मुस्लिम एकता भ्रामक है क्योंकि वे अलग-अलग नहीं, बल्कि एक हैं. पूजा करने के तरीके के आधार पर लोगों में भेद नहीं किया जा सकता. अगर यह मानने लग जाएं कि यह जुडे हुए नहीं हैं तो यह दोनों ही संकट मे पड़ जाते हैं. दरअसल, आरएसएस प्रमुख ने ये बातें डॉ ख्वाजा इफ्तिखार अहमद द्वारा लिखित पुस्तक ‘द मीटिंग्स ऑफ माइंड्स: ए ब्रिजिंग इनिशिएटिव’ का विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं.
It has been proven that we’re descendants of the same ancestors from the last 40,000 years. People of India have same DNA. Hindu & Musilm are not two groups, there is nothing to unite, they're already together: RSS Chief Mohan Bhagwat in Ghaziabad pic.twitter.com/q1kOF1GmI3
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 4, 2021
उन्होंने कहा, ‘संघ राजनिति से दूर रहता है. लिंचिंग करने वाले हिंदुत्व के खिलाफ हैं. मैंने दिल्ली के भाषण मे भी कहा था अगर हिंदू कहता है कि यहां एक भी मुसलमान नहीं रहना चाहिए तो वो हिंदू हिंदू नहीं रहेगा और यह मैंने पहली बार नहीं कहा है, यह चलते आया है…आज मुझे संघ के शीर्ष पर रखा गया है तो मै बोलता हूं पर यह शुरू से कहा गया है तब संघ छोटा था तो उसकी बात सुनी नहीं गई. हम सबके पूर्वज एक समान हैं. स्वार्थ अलग अलग होंगे पर समाज एक है.’
वोट की राजनीति में हम नहीं पड़तेः मोहन भागवत
मोहन भागवत ने कहा, ‘वोट की राजनीति में हम नहीं पड़ते. राष्ट्र में क्या होना चाहिए, इस बारे में हमारे कुछ विचार हैं. अब एक ताकत बनी है तो वो ठीक हो जाए, इतनी ताकत हम चुनाव में भी लगाते हैं. हम राष्ट्रहित के पक्षधर हैं. हम लोकतंत्र में हैं. हिंदुओं या मुसलमानों का प्रभुत्व नहीं हो सकता. भारतीयों का ही वर्चस्व हो सकता है. यह सिद्ध हो चुका है कि हम पिछले 40,000 वर्षों से एक ही पूर्वजों के वंशज हैं. हिंदू और मुसलमान दो समूह नहीं हैं, एकजुट होने के लिए कुछ भी नहीं है, वे पहले से ही एक साथ हैं.’
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने कही थी ये बात
इससे पहले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक मोहम्मद अफजल ने बताया था कि संगठन एक ऐसा माहौल बनाने के लिए देशव्यापी आंदोलन शुरू करेगा ताकि सरकार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को फिर से हासिल करने के अपने वादे पर काम करे. अब हम पाकिस्तान से गिलगित और बाल्टिस्तान के क्षेत्रों को वापस लेने के लिए केवल एक चीज के बारे में बात करेंगे और केंद्र से इसे अंतिम रूप से निपटाने के लिए कहेंगे.