यूपी बोर्ड का रिजल्ट जारी होने के करीब पंद्रह मिनट बाद ही इंटरमीडिएट की परीक्षा में दूसरी दफा फेल हुए छात्र समीर गौतम (18) ने फंदा लगाकर जान दे दी। पिता जगजीवन ने उसका शव फंदे पर लटका देखा। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
शहर कोतवाली के गुदरी स्थित शंकर सिंह का बागीचा मोहल्ला निवासी जगजीवन के दो बेटों में छोटा समीर कुलदीप सरस्वती इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट का छात्र था। समीर की मां ऊषा दो दिन पहले शादी समारोह में शामिल होने टहरौली गई थीं। घर में पिता और समीर ही थे।
पिता का कहना है कि दोपहर में समीर ने मोबाइल पर रिजल्ट देख लिया था लेकिन, कुछ नहीं बताया। जब उससे पूछा तो सर्वर न चलने की बात कहकर ऊपर अपने कमरे में चला गया। काफी देर तक जब नीचे नहीं उतरा तब पिता भी कमरे में पहुंच गए। वहां देखा तो समीर फंदे से लटका हुआ था। यह देखकर पिता चीख उठे।
चीख-पुकार सुनकर बड़ी संख्या में आसपास के लोग भी जमा हो गए। कोतवाल संजय गुप्ता भी मौके पर पहुंच गए। समीर के आत्महत्या करने की बात मालूम चलने पर उसके तमाम दोस्त भी वहां पहुंच गए। आसपास के लोग भी समीर के इस कदम पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे। परिवार वालों ने बताया कि वह पिछले साल भी वह फेल हो गया था।
हिंदी में हासिल हुए 70 नंबर, गणित और भौतिकी में मिले कम नंबर
समीर ने गणित वर्ग से परीक्षा दी थी। इसमें वह गणित समेत भौतिक विज्ञान में फेल हो गया। हिंदी में उसे सर्वाधिक 70 अंक हासिल हुए जबकि अंग्रेजी में 54, रसायन विज्ञान में 53 नंबर मिले। गणित में उसे सबसे कम 12 नंबर एवं भौतिक विज्ञान में थ्योरी में 21 नंबर पाने की वजह से वह फेल हो गया।