शिक्षिका स्वीटी त्रिपाठी के उत्कृष्ट प्रयासों से दैनिक जीवन से जुड़ी गतिविधियों के अनुप्रयोगों को ‘करके सीखें’ विधि से सीख रहे बच्चे , स्वयं के वहन पर जुटाती हैं संसाधन
बिलग्राम। बेसिक शिक्षा विभाग में विकास खंड के ग्राम डाभा के उच्च प्राथमिक विद्यालय में बतौर सहायक अध्यापिका तैनात स्वीटी त्रिपाठी किसी नज़ीर से कम नहीं। स्वयं के वहन पर संसाधन जुटा दैनिक जीवन से जुड़ी गतिविधियों के अनुप्रयोगों को ‘करके सीखें’ विधि लर्निंग बाइ डूइंग टीचिंग मेथड) द्वारा बच्चों को सिखा रही हैं। विद्यालय प्रधानाध्यापक सुरेंद्र अग्निहोत्री का भी बखूबी साथ मिला। उन्होंने यू ट्यूब पर स्वीटी शिक्षा केन्द्र के नाम से एक चैनल भी बनाया है जिस पर नित्य शिक्षण गतिविधियों से जुड़े वीडियोज अपलोड करती हैं जिससे शिक्षा जगत से जुड़े सभी लोगों को लाभ पहुंचे और प्रेरणा मिले। उनका जोर क्वालिटी एजुकेशन पर है।
हाल ही में बच्चों के बीच अपनी अनूठी शिक्षण कार्य शैली को लेकर चर्चा में आए चंदौली जिले के शिक्षक शिवेंद्र सिंह बघेल के बारे में पूछने पर कहा कि शिक्षक का बच्चों के साथ व्यवहार मित्रतापूर्ण होना चाहिए तभी अधिगम प्रभावी व सुनिश्चित रूप से सफल होगा। देश को ऐसे आदर्श शिक्षकों से अवश्य प्रेरणा लेनी चाहिए।