बिहार की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को बड़ा खेला कर दिया…
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी ने गया लोकसभा सीट से चुनाव जीत लिया है. उन्होंने 1 लाख 1 हजार 812 वोटों से जीत दर्ज की है. वैसे गया से मांझी पहले भी तीन बार चुनावी मैदान में उतर चुके हैं. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, मगर, मांझी पहली बार एनडीए के साथ गया सीट से चुनाव लड़े हैं,बिहार की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को बड़ा खेला कर दिया। उन्होंने गया लोकसभा सीट पर जीत करने के साथ बिहार में अपनी पार्टी हम और एनडीए का खाता खोला। दशकों के इंतजार के बाद मांझी के जीवन में यह पल आया। इस मौके पर उन्होंने खुशी का इजहार करते हुए अपनी प्रतिक्रिया भी दी,टूटने नहीं दूंगा’, जीतन राम मांझी की 33 साल बाद बड़ी जीत, दिल खोलकर कह दी ये बात पहली बार सांसद बने जीतन राम मांझी को चौथे प्रयास में मिली ये सफलता.
बिहार में पहला चुनाव परिणाम गया सीट का ही आया..
आखिरकार पांच दशक लंबी राजनीतिक पारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सांसद बन ही गए। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक मांझी ने चौथे प्रयास में गया (सुरक्षित) सीट से जीत हासिल की।
बिहार में पहला चुनाव परिणाम गया सीट का ही आया। इस तरह मांझी की जीत से ही बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का भी खाता खुला।
हम पार्टी के संस्थापक एवं संरक्षक मांझी ने एक लाख से अधिक मतों से राजद प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत को हराया,यह पहली बार है, जब हम को सांसद प्रतिनिधि मिला है। पटना में मांझी के सरकारी आवास पर जीत की खुशी खूब मनी। नेताओं ने मिठाइयां बांटीं तो साथ आतिशबाजी भी की।मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता कुमार सर्वजीत को शिकस्त देकर जीत का परचम लहराया है, जीतन राम मांझी को कुल 4 लाख 94 हजार 960 वोंट मिले हैं. वहीं, महागठबंधन के उम्मीदवार और आरजेडी नेता कुमार सर्वजीत को 3 लाख 93 हजार 148 वोट मिलें हैं,
मांझी जीत दर्ज कर अपनी विश्वसनीयता बढ़ा ली है….
जीतन राम मांझी मंंत्री से मुख्यमंत्री तक कई अहम पदों पर रहें मगर कभी संसद सदस्य नहीं बन सके। पहली बार जीतन राम मांझी ने 1991 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर गया से चुनाव लड़ा था, मगर हार गए थे,इसके बाद मांझी विधानसभा चुनाव ही लड़ते और जीतते रहे। लंबे अंतराल के बाद मांझी ने 2014 में जदयू के टिकट पर दूसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ा, मगर भाजपा और राजद के बाद तीसरे स्थान पर रहे।
पिछले लोकसभा चुनाव में हम महागठबंधन का हिस्सा था। उसे गया, औरंगाबाद और नालंदा सीटें मिली थीं। मोदी लहर में हम एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
गया सीट से लड़ते हुए मांझी को तीन लाख 14 हजार वोट मिले थे, मगर वह जदयू के विजय कुमार मांझी से करीब डेढ़ लाख वोटों से चुनाव हार गए थे। इस बार हम राजग का हिस्सा है, उसे एक ही सीट मिली जिस पर उसने जीत दर्ज कर अपनी विश्वसनीयता बढ़ा ली है। मांझी को इस जीत का फायदा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी मिलने की संभावना है।
मोदी के साथ थे, हैं और रहेंगे, मांझी..
जीत से उत्साहित जीतन राम मांझी ने राजग के प्रति एकजुटता दिखाते हुए नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने की बात कही,मांझी ने एक्स पर पोस्ट किया- हम नरेन्द्र मोदी के साथ थे, हैं और रहेंगे। हम सब बुधवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं और एक बार पुन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएंगे,इसके अलावा मांझी ने लिखा कि जीत की माला भले ही मुझे पहनाई जा रही हो, मगर यह गया के हर वर्ग के लोगों की जीत है। मैं जीतन राम मांझी जनता मालिकों की उम्मीदों को टूटने नहीं दूंगा, बता दें कि 2024 में गया लोकसभा सीट पर 14 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. जीत मिलने के बाद सीधे मांझी भगवान की शरण में पहुंचे. मतगणना केंद्र से ही विष्णुपद मंदिर में पहले वो पूजा करने गए और उसके बाद जीत का सर्टिफिकेट हासिल किया.
रिपोर्ट :-अमित कुमार सिन्हा (पटना)