जनाधिकार मोर्चा अब राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी के रूप में तब्दील, न्याय और विकास के लिए नई पहल

देहरादून, उत्तराखंड– जनाधिकार मोर्चा, जो अब तक एक सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन के रूप में कार्यरत रहा है, ने आज एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए खुद को राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी के रूप में परिवर्तित करने का फैसला किया है। यह घोषणा जनाधिकार मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक मे राष्ट्रीय अध्यक्ष, आजाद अली राष्ट्रीय उपाध्य्क्ष अभिषेक बहुगुणा राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी ने आज एक प्रेस वार्ता के दौरान की।

उन्होंने बताया कि यह परिवर्तन भारत के हर नागरिक के अधिकारों और आकांक्षाओं को एक मजबूत आवाज देने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा, “जनाधिकार मोर्चा ने हमेशा न्याय, विकास और पारदर्शिता के मूल्यों को प्राथमिकता दी है। अब, राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी के रूप में, हम इन मूल्यों को और व्यापक स्तर पर ले जाएंगे और एक ऐसे भारत का निर्माण करेंगे जहाँ हर व्यक्ति को समान अवसर और सम्मान मिले।”

नई पार्टी का लक्ष्य:

  • न्याय: हर नागरिक को न्याय मिले, चाहे वह किसी भी वर्ग या समुदाय से हो।
  • विकास: हर हाथ को काम मिले और हर परिवार को समृद्धि मिले।
  • पारदर्शिता: एक ऐसी शासन व्यवस्था जो जनता के प्रति जवाबदेह और पारदर्शी हो।

इस घोषणा पर प्राथमिकता के साथ उत्तराखंड प्रदेश से राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी का संगठन विस्तार किया जिस दौरान प्रथम कार्यकर्ता सम्मेलन में राष्ट्रीय कार्यकारणी द्वारा ललित श्रीस्वास्त्व को राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी का प्रदेश अध्य्क्ष नियुक्त किया। एवं इस दौरान एडवोकेट प्रियंका रावत व मोहब्बेवाला से पूर्व पार्षद प्रत्यासी उस्मान व हरिद्वार लक्सर से कौशल देवी डोईवाला से मोमिना एवं हरिद्वार ग्रामीण से आकाश पंवार व अंकित कुमार नें राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी की सदस्य्ता ग्रहण की
राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष, ललित श्रीवास्तव ने कहा, “यह परिवर्तन भारत के हर नागरिक के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। हम राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे और उत्तराखंड के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”

राष्ट्रीय उपाद्यक्ष राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी अभिषेक बहुगुणा ने कहा कि राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी जल्द ही अपने गठन की औपचारिक घोषणा करेगी और इसके लिए एक विस्तृत रोडमैप तैयार करेगी। अभिषेक बहुगुणा ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनें और न्याय, विकास और पारदर्शिता के लिए अपना सहयोग दें।

राष्ट्रीय महासचिव हेमा भंडारी ने कहा की हम सभी एक ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बन रहे हैं। जनाधिकार मोर्चा, जो अब तक एक सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन के रूप में कार्यरत रहा है, अब राष्ट्रीय जनाधिकार पार्टी के रूप में अपनी नई पहचान बनाएगा। यह परिवर्तन न केवल हमारे संघर्ष को एक नई दिशा देगा, बल्कि भारत के हर नागरिक के अधिकारों और आकांक्षाओं को एक मजबूत आवाज भी प्रदान करेगा।

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