जेल पुलिसकर्मी व एम्बुलेंस चालक में मारपीट, 500 रुपये में हुआ विवाद

हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल के बाहर बुधवार कि जेल पुलिस के बंदी रक्षक व एंबुलेंस चालक में मारपीट हो गई। पुलिस ने मामले में एम्बुलेंसचालक के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं एम्बुलेंस संचालकों का कहना है कि पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनी। आरोप लगाया कि मेडिकल चौकी प्रभारी ने एंबुलेंस चालकों के पास जाकर उनसे गालीगलौज की और परिणाम देखने की धमकी है।

सुशीला तिवारी अस्पताल के सामने एम्बुलेंसचालक से मारपीट के बाद चालकों में काफी गुस्सा है। नैनीताल एंबुलेंस एसोसिएशन के सभी सदस्यों ने उनकी सुनवाई न होने का आरोप लगाते हुए काम बंद करके एंबुलेंस खड़ी कर दी गई हैं। नैनीताल एंबुलेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. अरशद ने बताया कि पुलिस कर्मी ने एम्बुलेंस चालने वाले एक चालक को बिना वजह ही पीट दिया है।

पुलिस को हल्द्वानी उप कारागार में तैनात बंदी रक्षक मनोज ठठोला ने तहरीर दी। जिसमें बताया कि शांतिपुरी उधम सिंह नगर निवासी चाचा दीवान सिंह ठठोला (56) की मंगलवार को एसटीएच में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। शव को शांतिपुरी ले जाने के लिए मनोज ने मोहम्मद रियाज नाम के व्यक्ति की एंबुलेंस 1500 रुपए में बुक की थी। मनोज ने शव को एंबुलेंस में रखकर चचेरे भाई चंदन के साथ भेज दिया।

उन्होंने शांतिपुरी पहुंचने के बाद एंबुलेंस चालक को रुपए भी दे दिए। मनोज का आरोप है रियाज ने बुधवार सुबह उसे फोन कर 500 और देने को कहा। इसके बाद रियाज से बात करने के लिए मनोज एसटीएच पहुंचा। यहां दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। रियाज का कहना था कि उसने 2000 में एंबुलेंस बुक की थी।

जबकि उसे 1500 रुपये ही मिले। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों में मारपीट हो गई। मेडिकल चौकी प्रभारी मनवर सिंह आरोपी रियाज के साथ उसके साथी चंदन को कोतवाली ले आए। एसएसआई कश्मीर सिंह ने बताया एंबुलेंस चालक मोहम्मद रियाज के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया गया

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