अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मध्यस्थता के बाद ईरान और इजराइल के बीच घोषित संघर्षविराम (Ceasefire) ज्यादा देर टिक नहीं पाया। ट्रंप ने आज सुबह एक बयान में कहा कि दोनों देशों ने सीज़फायर का उल्लंघन किया है, हालांकि उन्होंने इजराइल को अधिक जिम्मेदार ठहराया
ट्रंप ने आज सुबह 00:00 GMT से सीज़फायर लागू होने की घोषणा की थी। इजराइल ने इसे मानने की बात कही और अमेरिकी समन्वय की सराहना की। उधर, ईरान ने कहा कि वे तभी सीज़फायर मानेंगे जब इजराइल अपने हमले 4 बजे (तेहरान समय) तक बंद कर देगा।
घोषणा के कुछ ही घंटों बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर सीज़फायर तोड़ने का आरोप लगाया:
इजराइल का आरोप है कि ईरान ने उसके दक्षिणी शहर बीरशेवा पर मिसाइल दागीं, जिसमें आम नागरिक मारे गए।
ईरान ने इस हमले की ज़िम्मेदारी से इनकार किया और कहा कि उन्होंने सीज़फायर लागू होने के बाद कोई हमला नहीं किया।
ट्रंप ने इजराइल को चेतावनी देते हुए कहा: “अपने पायलटों को वापस बुलाओ।”
ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें 5% तक गिरीं और अब लगभग 69 डॉलर प्रति बैरल पर स्थिर हैं।
वैश्विक शेयर बाज़ारों में तेजी देखी गई — निवेशकों को उम्मीद है कि तनाव कम होगा।
एयरलाइंस और पर्यटन क्षेत्र के शेयरों में उछाल आया है, हालांकि मिडिल ईस्ट के लिए उड़ानें अब भी सीमित हैं।
सीज़फायर की स्थिति औपचारिक रूप से लागू, लेकिन व्यावहारिक रूप से नाकाम
ट्रंप की भूमिका मध्यस्थता में अहम, लेकिन अब इजराइल से नाराज़
भविष्य की आशंका एक और बड़ा हमला कभी भी हो सकता है
बाज़ार की चाल अनिश्चितता बरकरार, तेल और शेयरों में उतार-चढ़ाव संभव
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप की कोशिशों से संघर्षविराम की उम्मीद जगी थी, लेकिन जमीनी हालात इसे स्वीकार नहीं कर रहे। आने वाले कुछ घंटे इस क्षेत्र और दुनिया के लिए बेहद अहम हो सकते हैं।