सहारनपुर! प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार की शिकायतें कोई नई बात नहीं हैं, लेकिन हाल के वर्षों में सरकार ने इस दिशा में सख्त कदम उठाकर यह संदेश देने की कोशिश की है कि अब बेईमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कई जिलों से यह बात सामने आई है कि कुछ विभागों में कार्यों के बदले अनुचित मांगें की जाती हैं या आम लोगों को फाइलें आगे बढ़वाने के लिए बार-बार चक्कर लगाने पड़ते हैं। लेकिन अब ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई हो रही है।
भ्रष्टाचार विरोधी इकाई द्वारा पिछले दो वर्षों में की गई कार्रवाइयों में कई कर्मचारियों को रंगे हाथों पकड़ा गया है। इनमें कई विभागों के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। यह कार्रवाई दर्शाती है कि शासन प्रशासन अब जनता की शिकायतों को गंभीरता से ले रहा है और दोषियों को सजा दिलाने में सक्रिय है।
प्रदेश सरकार की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में पारदर्शिता को बढ़ावा देने और जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ को सही लोगों तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
हमारी प्राथमिकता है कि आम नागरिक को बिना किसी बाधा के सरकारी सेवाएं मिलें। यदि कोई कर्मचारी सेवा में भ्रष्टाचार करता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई तय है।”

– एंटी करप्शन इकाई के वरिष्ठ अधिकारी सरकार ने हेल्पलाइन नंबर, ऑनलाइन शिकायत पोर्टल और निगरानी तंत्र को और सशक्त किया है, ताकि कोई भी पीड़ित व्यक्ति बिना डर के अपनी बात रख सके और उसे समय पर न्याय मिल सके। जनता से भी अपेक्षा है कि वे भ्रष्टाचार को सहन न करें। यदि कहीं भी अनियमितता या रिश्वत की मांग हो, तो इसकी जानकारी संबंधित विभाग या एंटी करप्शन सेल को जरूर दें। सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि हर नागरिक को न्याय और सुविधा सुलभ हो। सहारनपुर के सरकारी विभागों में भी भ्रष्टाचार की स्थिति कम नहीं रही है एंटी करप्शन की टीम ने पिछले कुछ महीनो में सख्त कार्यवाही करते हुए चार लेखपाल दो सरकारी डॉक्टर दो दरोगा विभिन्न कार्यालयो के तीन प्रधान लिपिक और एक होमगार्ड को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर जेल भेजा है! सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति राजस्व विभाग में जमीनों का लेखा जोखा रखने वाले लेखपालों का है क्योंकि किसानों से रिश्वत लेते हुए चार लेखपालों को एंटी करप्शन पुलिस की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने में सफलता हासिल की एंटी करप्शन थाना के प्रभारी जसपाल सिंह ने भी इसकी पुष्टि
की पूर्व में कई सरकारी कार्यालयो में कार्यरत विभिन्न कर्मचारियो को भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने के कारण गिरफ्तार किया गया है
रिपोर्ट दिनेश मौर्य