गौतम गंभीर ने राजनीति को कहा अलविदा…यह रही वजह… बीजेपी…

गौतम गंभीर ने राजनीति को अलविदा कह दिया है। उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई। गंभीर ने राजनीति में मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद भी व्यक्त किया। वे पूर्वी दिल्ली से सांसद हैं।

https://x.com/GautamGambhir/status/1763785102268772777?s=20


गौतम गंभीर ने क्यों लिया राजनीति से संन्यास?


गौतम गंभीर ने एक्स पर किए गए पोस्ट में कहा कि मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने का अनुरोध किया है, ताकि मैं अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। उन्होंने कहा कि मुझे लोगों की सेवा करने का मौका देने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दिल से धन्यवाद देता हूं।

गंभीर का राजनीतिक करियर


गंभीर का राजनीतिक करियर लगभग पांच साल का रहा है। 22 मार्च 2019 को वह केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव में 696,158 वोट मिले थे। उन्होंने पूर्वी दिल्ली सीट पर कांग्रेस नेता अरविंदर सिंह लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी मार्लेना को हराया था। लवली को 3,04,934 और आतिशी को 2,19,328 वोट मिले थे।

गंभीर ने वंचितों और शहीद दिग्गजों के परिवारों की मदद के लिए गौतम गंभीर फाउंडेशन की स्थापना भी की। इसके अलावा जनरसोई की मदद से गरीबों के लिए एक रुपये में खाना उपलब्ध करवाया। वह समय-समय पर इसकी जांच भी करते हैं और खुद अपने हाथों से खाना बांटते हुए दिखते हैं। हालांकि, पांच साल में ही उनका राजनीति से मोहभंग हो गया है। अब वह दोबारा क्रिकेट की तरफ रुख करना चाहते हैं। गंभीर हाल ही में कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर नियुक्त किए गए थे। इससे पहले वह लखनऊ सुपर जाएंट्स के मेंटर रहे थे।

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