कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। आरोपियों में दो छात्र और एक पूर्व छात्र शामिल है, जो तृणमूल कांग्रेस की स्टूडेंट विंग का नेता भी है। पीड़िता की शिकायत के अनुसार, मुख्य आरोपी मोनोजित मिश्रा ने उसे शादी के लिए प्रपोज किया था, जिसे उसने अपने प्रेमी का हवाला देते हुए ठुकरा दिया था। इससे नाराज मोनोजित ने अपने साथियों के साथ मिलकर छात्रा के साथ वारदात को अंजाम दिया।
बता इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी पहचान मोनोजित मिश्रा (31 वर्ष), जैब अहमद (19 वर्ष) और प्रमित मुखर्जी (20 वर्ष) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।

साथ ही आपको बता दे की पीड़िता ने दर्ज की गई शिकायत में बताया, “उन्होंने मुझे यौन संबंध बनाने के इरादे से मजबूर करने की कोशिश की. मैंने इनकार किया और उन्हें कुछ भी करने नहीं दिया और पीछे धकेल दिया. मैं रोई और उनसे कहा कि मुझे जाने दो, मैंने उनसे कहा कि मैं रिलेशनशिप में हूं और अपने बॉयफ्रेंड से प्यार करती हूं लेकिन वे नहीं माने. मुझे घबराहट का दौरा पड़ा और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी क्योंकि वे मेरी बात नहीं सुन रहे थे. मैंने उनसे अस्पताल ले जाने के लिए कहा लेकिन वे मेरी मदद नहीं कर रहे थे
वही राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है और तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। आयोग ने पीड़िता को मुआवजा और मेडिकल, मनोवैज्ञानिक तथा कानूनी सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। इसके अलावा, आयोग ने तीन दिनों के भीतर विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट भी मांगी है ।
दरअसल बंगाल भाजपा ने इस घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस सरकार की आलोचना की है और कहा है कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और राज्य मशीनरी अपनी बेटियों को न्याय दिलाने में विफल रही है
रिपोर्ट:- कनक चौहान