वर्ल्ड कप चैंपियन भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया जा रहा है..
वैसे तो द्रविड़ किसी पहचान के मोहताज नहीं है,द्रविड़ 2021 में भारतीय टीम के कोच बने थे और उनके कोच रहते टीम 2022 टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल, 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल, 2023 वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी, टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन बनकर घर लौट रहे भारतीय खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया जा रहा है। इस लिस्ट में अब टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच राहुल द्रविड़ का नाम भी शामिल हो गया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें देख सकते हैं कि बेंगलुरू में राहुल द्रविड़ का गर्मजोशी से स्वागत किया जा रहा है। नेशनल क्रिकेट एकेडेमी में बच्चे उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देते नजर आ रहे हैं।
राहुल द्रविड़ का NCA पहुंचने पर टीम इंडिया का नायक जैसा स्वागत किया गया..
टीम इंडिया के हेड कोच की भूमिका निभाने से पहले राहुल द्रविड़ बेंगलुरू स्थित नेशनल क्रिकेट एकेडमी में काम कर रहे थे। अब जब भारत के टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद जब वो NCA पहुंचें तो उनका नायक जैसा स्वागत किया गया,भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का बेंगलुरु स्थिति क्रिकेट अकादमी पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। स्थानीय युवा खिलाड़ियों ने द्रविड़ के सम्मान में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। द्रविड़ के नेतृत्व में हाल में ही भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप का खिताब जीता था और आईसीसी ट्रॉफी जीतने का 11 साल का लंबा इंतजार समाप्त किया था। हालांकि, टी20 विश्व कप के फाइनल मैच के साथ ही द्रविड़ का मुख्य कोच के रूप में कार्यकाल समाप्त हो गया है।
भारतीय क्रिकेट के लिए जो योगदान दिया उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है…
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद भी राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट के लिए जो योगदान दिया उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है,टीम इंडिया के पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का बेंगलुरु में एक क्रिकेट अकादमी में युवाओं ने जोरदार स्वागत किया. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. वीडियो में देखा जा सकता है द्रविड़ के बेंगलुरु क्रिकेट अकादमी पहुंचने पर उभरते हुए खिलाड़ियों ने द्रविड़ के सम्मान में अपने बल्ले को ऊपर किया तथा अकादमी के कोचिंग स्टाफ ने द्रविड़ का तालियों के साथ स्वागत किया। द्रविड़ ने भी वहां मौजूद लोगों का अभिवादन किया और हंस कर सभी से हाथ मिलाए। द्रविड़ ने 1996 में भारत के लिए डेब्यू किया था और 2012 तक देश का प्रतिनिधित्व करते रहे। सभी की तरह द्रविड़ का सपना भी विश्व चैंपियन बनना था। हालांकि, वह कोच के तौर पर इस सपने को पूरा करने में सफल रहे। रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा