किसान बोले जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होता- तब तक नहीं लगाएंगे करोना का….

  • रविवार को 63 साल के चामकौर सिंह और पंजाब के मोगा जिले के 61 वर्षीय उनके दोस्त दबिंदर सिंह ने कहा कि जब तक कि तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता,
  • वे अपने गांवों में टीकाकरण के लिए वापस नहीं आएंगे। यहां ध्यान देना जरूरी है कि कोरोना टीकाकरण के पहले फेज में हेल्थ केयर वर्कर्स,
  • फ्रंट लाइन वर्कर्स और उसके बाद 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगाया जाएगा और दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों में सबसे अधिक संख्या 50 साल से अधिक उम्र वालों की की है। 

नई दिल्ली:कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने रविवार को ऐलान किया कि 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में अपनी प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। सिंघु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेताओं ने कहा कि हम गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में बाहरी रिंग रोड पर एक ट्रैक्टर परेड करेंगे। परेड बहुत शांतिपूर्ण होगी।

गणतंत्र दिवस परेड में कोई भी व्यवधान नहीं होगा। किसान अपने ट्रैक्टरों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाएंगे। इतना ही नहीं, कई किसानों ने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर दिया जाता, तब तक वे टीके नहीं लगवाएंगे।

किसान नेताओं ने कहा कि वे हरियाणा और दिल्ली पुलिस से सहयोग करने का आग्रह करेंगे। हमारे ट्रैक्टर मार्च से किसी भी राष्ट्रीय विरासत स्थलों, या किसी अन्य साइट पर कोई खतरा नहीं होगा। गणतंत्र दिवस परेड में वाहनों की झांकी और झांकियां शामिल होंगी,

जो ऐतिहासिक क्षेत्रीय और अन्य आंदोलनों के प्रदर्शन के अलावा विभिन्न राज्यों की कृषि वास्तविकता को दर्शाएंगी। किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि इस दौरान किसी भी राजनीतिक पार्टी के झंडे की अनुमति नहीं दी जाएगी।

Share
Now