अयोध्या में राम जन्मभूमि परिसर से सटे नूर आलम की जमीन पर करीब 20 हजार लोगों का भंडारा होगा. यहां रसोई और शौचालय का निर्माण शुरू हो चुका है. खुद श्रीराम ट्रस्ट के पदाधिकारियों की देखरेख में यह जगह तय की गई. इस पर जमीन के मालिक नूर आलम का कहना है कि हमने सोचा कि कोई इंसान अगर रास्ता भटक जाता है और उसे कोई रास्ता बता देता है तो इससे अच्छी बात नहीं हो सकती है. यहां तो प्रभु श्रीराम के मेहमान आएंगे उनका भोजन बनेगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि चम्पत राय ने खुद इस जगह को डिसाइड किया है. उन्हीं के हिसाब से यहां चीजें बन रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या के लिए जो कर रहे हैं उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं है. उन्होंने कभी सपने में भी ऐसा नहीं सोचा था कि अयोध्या इतनी बदल जाएगी.
इनके अलावा नूर आलम ने कहा कि उन्होंने भंडारे के लिए अपनी जगह दी है. इसके लिए वो अपने व्यवसाय में बदलाव के लिए भी हम तैयार हैं. हम लोग भगवान श्रीराम के पड़ोसी हैं, इस बात का हमें बहुत गर्व है. पड़ोसी होने के नाते हमारी भी कुछ जिम्मेदारी है. जितने धर्मगुरू रहे हैं उनके प्रति हमारी श्रद्धा है. मंदिर बनने से अयोध्या पूरी तरह से बदल गई है. 18 तारीख से 20 हजार लोगों का भंडारा होगा.
मंदिर बनने से अयोध्या पूरी तरह से बदल गई है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि निमंत्रण मिले या नहीं. जब हमें दर्शन करना होता है हम चले जाते हैं. 20 हजार लोगों का भंडारा होगा जो 18 तारीख से शुरू होगा. हम लोग रामलला के पड़ोसी है उसकी जिम्मेदारी हम निभाते रहेंगे