रविवार को रेलवे स्टेशन पर खड़े सेना के कोच में दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के आरोपी सेना के दो जवानों को सोमवार को जेल भेज दिया गया। जबकि, एक फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जीआरपी ने चार टीमें लगाई हैं। इसके अलावा जीआरपी ने सेना को भी घटना की पूरी रिपोर्ट भेजी है। सैन्य अफसरों ने भी जीआरपी से मामले से जुड़ी पूरी जानकारी जुटाई है। घटना के दूसरे दिन जीआरपी थाने में दिन भर गहमागहमी की स्थिति बनी रही।
सेना के खड़े कोच में दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के आरोप में जीआरपी ने सेना के जवान बिहार के सिवान जिले के थाना भगवानपुर के ग्राम सौधानी निवासी संदीप तिवारी व देहरादून के थाना ऋषिकेश के गुमानीवाला निवासी सुरेश रावत को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया। इनमें से संदीप तिवारी की तैनाती सिकंदराबाद में थी, जबकि सुरेश रावत लेह में तैनात था। दोनों को सेना का साजो सामान लेकर जाने वाली ट्रेन की सुरक्षा के लिए झांसी स्टेशन पर तैनात किया गया था। जबकि, घटना का एक अन्य आरोपी पंजाब के होशियारपुर निवासी रविंदर कुमार फरार है। उसकी तैनाती भटिंडा में थी। उसे भी आर्मी की गाड़ी की सुरक्षा के लिए यहां भेजा गया था।
जीआरपी के एसपी मोहम्मद मुस्ताक ने बताया कि फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। उसकी तलाश में टीमें लगातार दबिश दे रहीं हैं। एक टीम को फरार आरोपी के गृह जनपद भी भेजा गया है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। आरोपियों ने महिलाओं को जान से मारने की धमकी देते हुए दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था।
इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बताया कि घटना की रिपोर्ट आर्मी को भेजी गई है। जबकि, सेना के अफसरों ने भी घटना से जुड़ी सारी जानकारियां जुटाई हैं।