गंभीरा पूर्व गांव में छ्ठे दिवस आयोजित हुई साप्ताहिक संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा
कौशाम्बी /सिराथू ब्लॉक के ग्राम गंभीरा पूर्व स्थित मां कमासिन देवी मंदिर में आयोजित साप्ताहिक संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा के मित्रता की कथा का कथा व्यास अतुल कृष्ण जी महाराज ने वर्णन किया। भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जी की मित्रता की कथा भक्तों ने बड़े चाव से श्रवण किया।
कथा व्यास अतुल कृष्ण जी महाराज ने बताया कि उज्जैन स्थित संदीपनी ऋषि के आश्रम मे भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जी विद्या ग्रहण करने गए। जहां पर दोनो मे मित्रता हुई। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण 64 दिन संदीपनी ऋषि के आश्रम में रहकर 64 कलाओं की विद्या ग्रहण की। साथ ही मित्र सुदामा जी के साथ ही आश्रम में रहकर उनसे मित्र प्रेम निभाया। इस अवसर पर दोनो साथ ही गुरु सेवा करते और आश्रम के सारे कार्य करते। साथ साथ रहते, खेलते और विद्याध्यन करते।
कथा व्यास अतुल कृष्ण जी महाराज ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जी की मित्रता आज भी प्रासंगिक है क्योंकि दोनों ने निश्छल भाव से स्वार्थरहित मित्रता की थी। आगे कहा कि हमें भी अपने मित्र के साथ निश्छल भाव से प्रेम करना चाहिए। तभी मित्रता का सही मान होगा। छठे दिन की कथा मे मुख्य रूप से जिला पंचायत सदस्य अजय सोनी, लवलेश तिवारी, राम मूरत पांडेय, शिवम पांडेय, कार्तिक दुबे, प्रदीप शुक्ला, नवनीत शुक्ला, पवन मौर्य, अरविंद मौर्य आदि मौजूद रहे।