राजधानी देहरादून में धड़ल्ले से वाहन लेकर दौड़े लापरवाह लोग, कई स्थानों पर खुली रही दुकानें, ऐसे में शहर की जनता कैसे बचेगी कोरोना वायरस से ?
आइये जानते है क्या होता है लॉकडाउन?
बात करे लॉकडाउन की तो यह एक इमर्जेंसी व्यवस्था होती है। अगर किसी क्षेत्र में लॉकडाउन हो जाता है तो उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। केवल आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति होती है। अगर किसी को दवा या अनाज की जरूरत हो तो बाहर जा सकता है या फिर अस्पताल और बैंक के काम के लिए अनुमति मिल सकती है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल के काम के लिए भी बाहर निकलने की अनुमति मिल सकती है।
वही बात करे अगर देहरादून की तो यहा कुछ लोगो को देखर लगा कि उन्हें लॉकडाउन का माईने में सही अर्थ ही नही मालूम। ….
और देहरादून के रिस्पना चौक और विधानसभा चौक पर लोग खुले आम वाहन दौड़ाते नजर आए। ….
अब सवाल यह उठता है ? इसका जिम्मेदार कौन है लोग या प्रसाशन ।
क्यों करते हैं लॉकडाउन?
किसी तरह के खतरे से इंसान और किसी इलाके को बचाने के लिए लॉकडाउन किया जाता है। जैसे कोरोना के संक्रमण को लेकर कई देशों में किया गया है। कोरोनावायरस का संक्रमण एक-दूसरे इंसान में न हो इसके लिए जरूरी है कि लोग घरों से बाहर कम निकले। बाहर निकलने की स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए कुछ देशों में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो गई है।