- मौलाना गुलाम नबी काफी समय से चल रहे थे बीमार,
- दिल्ली मुंबई शहर समित बड़े-बड़े अस्पतालों में चल रहा था इलाज
- 62 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
- इस्लामिक जगत में शोक की लहर
उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी देवबन्द के महशूर मदरसा दारुल उलूम वक़्फ़ देवबन्द के वरिष्ठ उस्ताज़ मौलाना गुलाम नबी कश्मीरी (62) का गुरुवार सुबह लंबी बीमारी के बाद इंतक़ाल हो गया,
उनके इंताकाल से धार्मिक नगरी सहित इस्लामिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई।
मौलाना गुलाम नबी कश्मीरी दारुल उलूम वक़्फ़ देवबन्द के वरिष्ठ उस्ताज़ थे, वो पिछले काफी समय गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे, दिल्ली, मुम्बई सहित कई महानगरों के बड़े अस्पतालों में उनका इलाज चला लेकिन फायदा नहीं हुआ जिस के बाद आज दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया।
मौलाना कश्मीर बेहतरीन और उच्च विचार वाली शख्सियत के मालिक थे, मूल रूप से कश्मीर पूंछ ज़िले के रहने वाले मौलाना ग़ुलाम नबी पिछले तीन दशकों से अधिक समय से दारुल उलूम वक़्फ़ देवबन्द में अपनी सेवायें दे रहे थे, वो छत्रों में काफी मक़बूल उस्ताज़ थे।
उनके निधन पर दारुल उलूम वक़्फ़ देवबन्द के मोहतमिम मौलाना सुफ़यान क़ासमी, नायब मोहतमिम मौलाना शकेब क़ासमी और वरिष्ठ उस्ताज़ मौलाना नसीम अख्तर शाह कैसर सहित बड़े उलेमा व छत्रों ने दुख का इज़हार किया है।