ट्रेन में कॉफी बनाने के दौरान सिलेंडर में विस्फोट, 10 की मौत, 20…….

तमिलनाडु के रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन के डिब्बे में शनिवार तड़के आग लग गई। हादसे में कम से कम 10 यात्रियों की मौत हो गई। इस दौरान 20 अन्य यात्री घायल बताए जा रहे हैं। दक्षिणी रेलवे ने अवैध रूप से ले जाए गए गैस सिलेंडर को हादसे की वजह बताया है।

इस बीच मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक, जिस डिब्बे में आग लगी, वह एक प्राइवेट पार्टी कोच यानी किसी व्यक्ति द्वारा बुक किया गया पूरा डिब्बा था। उसमें सवार यात्री उत्तर प्रदेश के लखनऊ से मदुरै पहुंचे थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग बुझाने की कोशिशों में जुटे रेल कर्मियों के अलावा पुलिस, दमकल और बचाव कर्मियों ने डिब्बे से शवों को बाहर निकाला।

जानकारी के जिस डिब्बे में आग लगी, वह एक प्राइवेट पार्टी कोच यानी किसी व्यक्ति द्वारा बुक किया गया पूरा डिब्बा था। उसमें सवार यात्री उत्तर प्रदेश के लखनऊ से मदुरै पहुंचे थे। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग बुझाने की कोशिशों में जुटे रेल कर्मियों के अलावा पुलिस, दमकल और बचाव कर्मियों ने डिब्बे से शवों को बाहर निकाला।

बताया गया कि यह एक प्राइवेट पार्टी कोच था। इसे 25 अगस्त को नागरकोविल जंक्शन पर ट्रेन संख्या 16730 (पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस) में जोड़ा गया था। डिब्बे को अलग कर मदुरै रेलवे स्टेशन पर खड़ा किया गया था। इस डिब्बे में यात्री अवैध रूप से गैस सिलेंडर लेकर आए थे। इसी वजह से आग लगी। आग लगने की भनक मिलने पर कई यात्री कोच से बाहर निकल गए। कुछ यात्री प्लेटफार्म पर ही उतर गए थे।

डिब्बे में सवार यात्रियों ने 17 अगस्त को लखनऊ से यात्रा शुरू की थी। उनका 27 अगस्त को चेन्नई जाने का कार्यक्रम था।

चेन्नई से उनकी लखनऊ लौटने की योजना थी। घटनास्थल पर बिखरे हुए सामान में एक सिलेंडर और आलू की एक बोरी मिली है। इससे पता चलता है कि डिब्बे में खाना पकाया जा रहा था।

नियम के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति आईआरसीटीसी के पोर्टल का उपयोग करके प्राइवेट पार्टी कोच बुक कर सकता है, लेकिन उसे डिब्बे में गैस सिलेंडर या कोई ज्वलनशील पदार्थ ले जाने की अनुमति नहीं होती है। कोच का इस्तेमाल केवल यात्रा उद्देश्य के लिए किया जा सकता है।

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