अशोक कुमार श्रीवास की रिपोर्ट
कोरबा//प्रदेश में शिक्षकों की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया एवं शालाओं के समायोजन के खिलाफ आवाज उठाते हुए रामपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक फूलसिंह राठिया ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर इस निर्णय को तत्काल निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था, शिक्षकों और शिक्षित बेरोजगारों के भविष्य पर प्रतिकूल असर डाल रही है।
रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने पत्र में उल्लेख किया कि युक्तियुक्तकरण की आड़ में शिक्षकों की पदस्थापना उनके विषय,अनुभव और योग्यता की अनदेखी कर की जा रही है। इसके चलते प्रदेशभर के शिक्षक वर्ग में असंतोष फैल गया है। साथ ही, हजारों शालाओं को समायोजन के नाम पर बंद किया जा रहा है, जिससे स्वीपर, रसोईया और स्व-सहायता समूह की महिलाएं बेरोजगारी के कगार पर पहुंच गई हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि शालाओं के समायोजन से न केवल शिक्षित बेरोजगारों के भविष्य के अवसर सीमित हो रहे हैं, बल्कि लाखों बच्चों की शिक्षा भी बाधित हो रही है, जिससे पालकों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
फूलसिंह राठिया रामपुर विधायक ने तर्क दिया कि जब सरकार 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की घोषणा कर रही है, तो विद्यालय बंद करना और शिक्षकों का अनुचित समायोजन किया जाना समझ से परे है।
फूलसिंह राठिया ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर यथास्थिति बनाए रखी जाए, ताकि शिक्षा व्यवस्था में स्थिरता बनी रहे और बेरोजगारी की स्थिति और अधिक गंभीर न हो।
यह पत्र शिक्षकों, विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षा से जुड़े सभी वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण आवाज बन कर सामने आया है, जो आने वाले दिनों में एक बड़े जनआंदोलन की भूमिका भी निभा सकता है।
शिक्षा व्यवस्था पर संकट,रामपुर विधायक फूलसिंह राठिया ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जताई आपत्ति
