महाकुंभ में जहां 45 दिनों में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई, वहीं स्थानीय लोगों ने भी अपने रोजगार के विभिन्न उपायों से खूब कमाई की. चाहे मास्क बेचने वालों की बात हो, दातुन बेचने वालों की या फिर नाविकों की, सभी ने अच्छा लाभ कमाया. लेकिन इनमें से सबसे अलग कहानी एक नाविक की रही, जिसने 45 दिनों के भीतर 30 करोड़ रुपए कमा लिए लेकिन अब पता चला है कि जिस व्यक्ति का जिक्र मुख्यमंत्री ने किया वह हिस्ट्रीशीटर है और दो हत्याओं सहित उसके ऊपर 20 से ज्यादा मुकदमे हैं।
महाकुंभ में 30 करोड़ रुपये की कमाई करने वाला नाविक परिवार
प्रयागराज के महाकुंभ 2025 के दौरान, पिंटू महरा नामक नाविक परिवार ने 130 नावों के माध्यम से 45 दिनों में लगभग 30 करोड़ रुपये की कमाई की। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा सत्र में इस परिवार की सराहना करते हुए बताया कि इसने महाकुंभ के दौरान इतनी बड़ी राशि अर्जित की
हालांकि, इस कमाई को लेकर कुछ सवाल भी उठे हैं। सरकारी दरों के अनुसार, इतनी बड़ी राशि की कमाई संभव नहीं लगती। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी उल्लेखित है कि पिंटू महरा का आपराधिक इतिहास रहा है, जिसमें वसूली और हत्या के मामले शामिल हैं। इससे संबंधित कुछ अपराधी हाल ही में जेल से रिहा हुए थे
दबंगई और वर्चस्व की लड़ाई में परिवार के पांच सदस्यों की हत्या हो चुकी है और खुद पिंटू माहरा पर दो हत्या के मामले हैं। अब विपक्ष कह रहा है कि मुख्यमंत्री ने जिसको पोस्टरब्वॉय बनाया वह अपराधी है। उस पर आरोप है कि यह परिवार सिर्फ दिखाने के लिए नाव चलाता है, जबकि इसका असली काम नाविकों से रंगदारी वसूलने का है