बिहार के सहरसा जिले में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा के दौरान एक विवाद उत्पन्न हुआ। मंगलवार की देर रात, कन्हैया कुमार बनगांव स्थित दुर्गा मंदिर के प्रांगण में एक सभा को संबोधित करने पहुंचे। इसके बाद, बुधवार को स्थानीय युवकों ने मंदिर प्रांगण को गंगाजल से धोकर ‘शुद्धिकरण’ किया।
नगर पंचायत बनगांव के वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अमित चौधरी के नेतृत्व में युवकों ने यह कार्रवाई की। उनका कहना था कि कन्हैया कुमार पर पहले देशद्रोह का आरोप लग चुका है और उनके विवादित बयान सभी को याद हैं।
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग मंदिर परिसर को धोते हुए नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन गुप्ता ने इस घटना की निंदा करते हुए सवाल उठाया कि क्या सिर्फ आरएसएस और बीजेपी समर्थक ही धार्मिक लोग हैं और बाकी लोग अछूत हैं। उन्होंने कहा कि इस कृत्य ने भगवान परशुराम के वंशजों का अपमान किया है और पूछा कि क्या हम अति-संस्कृतिकरण के एक नए दौर में प्रवेश कर चुके हैं जिसमें गैर-बीजेपी दलों और समर्थकों को अछूत माना जाएगा।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि यदि कन्हैया कुमार के दौरे के बाद मंदिर को धोया गया है, तो यह उनकी राजनीति के प्रति अस्वीकृति को दर्शाता है।
बनगांव के स्थानीय लोगों ने कहा कि इस मंदिर में सभी समुदाय और वर्ग के लोग जाते हैं और उन्होंने इस घटना पर हैरानी जताई है।