उत्तराखंड का प्रमुख पर्यटन स्थल नैनीताल इन दिनों तनावपूर्ण माहौल से जूझ रहा है. नाबालिग से दुष्कर्म की घटना के बाद शहर में सांप्रदायिक तनाव फैल गया, जिसके बाद हालात बिगड़ते चले गए. गुरुवार को घटना के विरोध में स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों ने बाजार बंद कर प्रदर्शन किया. मल्लीताल, तल्लीताल और माल रोड की सभी दुकानें पूरी तरह बंद रहीं, जिससे पूरे शहर में सन्नाटा पसर गया. दरअसल बुधवार देर रात विशेष समुदाय के 74 वर्षीय बुजुर्ग द्वारा 12 साल की बच्ची से रेप की घटना सामने आई थी. जिसके बाद नैनीताल में देर रात तक हिंदूवादी संगठनों और स्थानीय लोगों द्वारा तोड़-फोड़ और प्रदर्शन किया गया. संगठनों ने गुरुवार को नैनीताल बंद रखने का ऐलान किया.

हाल ही में नैनीताल में 18 घंटे तक चले सांप्रदायिक तनाव के कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं, जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। इस घटना के बाद से बाजार बंद रहे और पर्यटक खौफ के कारण शहर छोड़ने लगे।

इस घटनाक्रम के बाद, नैनीताल प्रशासन ने पर्यटकों के लिए नई व्यवस्था लागू की है। अब शहर में प्रवेश के लिए पर्यटकों को पहले से रजिस्टर्ड होटलों या होम स्टे में बुकिंग करानी होगी। यदि बुकिंग नहीं होती, तो शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी। जिला प्रशासन ने यह कदम पर्यटकों की संख्या नियंत्रित करने और शहर की व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया है.
इसके अलावा, नैनीताल आने वाले पर्यटकों के लिए एक नई मोबाइल एप्लिकेशन भी विकसित की जा रही है, जिससे वे शहर के सभी पंजीकृत होटलों की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और बुकिंग कर सकेंगे। यह एप्लिकेशन पर्यटकों के लिए होटल बुकिंग की प्रक्रिया को सरल बनाएगी और उन्हें फर्जी वेबसाइटों से बचने में मदद करेगी ।
