देहरादून, दून में बादल सोमवार को आफत बनकर बरसे। तकरीबन 15 घंटे तक लगातार बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सड़कें जलमग्न हो गई हैं। कई रिहायशी इलाकों में भी पानी भर गया। नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। इससे उनके किनारे बने कई घरों को क्षति पहुंची है। बारिश के दौरान कई जगह पुस्ते और दीवारें धराशायी हुई हैं। जिनका मलबा पानी के साथ घरों व दुकानों में घुस गया। कई जगह सड़कों पर मलबा आने से यातायात भी प्रभावित हुआ। कई इलाकों में पेड़ गिरने से बिजली की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। आइटी पार्क के समीप तेज बारिश में बिजली का खंभा टूटकर गिर गया। प्रशासन और नगर निगम की टीम के साथ एसडीआरएफ दिनभर राहत कार्य में जुटी रही।
दून में तड़के करीब चार बजे शुरू हुई मूसलधार बारिश से कुछ ही घंटों में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने लगा। डालनवाला की सूरज बस्ती में रिस्पना नदी का पानी दर्जनभर घरों में घुस गया। यहां बिट्टू कुमार के घर का पिछला हिस्सा नदी में समा गया। पटवारी ने मौके पर जाकर नुकसान का जायजा लिया है। रिस्पना नदी के उफान पर आने से मोहिनी रोड पर पुल के पास पुस्ता धंस गया। इससे नदी के किनारे बसे लोग दहशत में हैं। रायपुर, सहस्नधारा रोड, जाखन, राजपुर, कोटड़ा-संतूर और फुलसनी क्षेत्र में भारी बारिश से सड़क कट गई है। सड़क का मलबा और पानी कई घरों में घुस गया। मसूरी और आसपास के इलाकों में भी कई घरों को बारिश के पानी और मलबे से नुकसान पहुंचा है।
सुबह करीब साढ़े छह बजे चकराता रोड स्थित दून स्कूल की चहारदीवारी भरभराकर गिर गई। दीवार का मलबा सड़क पर आने से यातायात भी बाधित हुआ। पुलिस-प्रशासन की घंटों की मशक्कत के बात चकराता रोड पर यातायात सुचारू हो सका।
बारिश से दीपनगर में रेलवे पुल के नीचे बना पुस्ता क्षतिग्रस्त हो गया। कंडोली में पुस्ता टूटने से सड़क धंस गई है। एमडीडीए कॉलोनी चंदर रोड में एक कोठी की दीवार गिर गई। इसके अलावा क्षेत्र में दो जगह पेड़ भी टूट गए। किशन नगर सैय्यद मोहल्ला में भी कई घरों में बारिश का पानी घुसने से नुकसान हुआ है। यहां स्थानीय विधायक गणोश जोशी ने नुकसान का जायजा लिया। उधर, खैरीगांव स्थित सैनिक कॉलोनी में टौंस नदी का पानी घरों के करीब पहुंच गया है। खेत तालाब में तब्दील हो गए हैं।
देहरादून में आफत बनकर बरसे बादल जनजीवन अस्त-व्यस्त।
