मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बोले: वो नही चाहते लॉक डाउन की नोबत ना आए…..

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन हमारा प्रयास है कि प्रदेश में दोबारा लॉकडाउन की नौबत न आए। मास्क सैनिटाइजर व अन्य सावधानी बरतकर हम संक्रमण को रोक सकते हैं।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत घनसाली के हुलाना खाल गांव में विधायक शक्तिलाल शाह के आवास पर आयोजित राम कथा में पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना का फिर प्रसार होने लगा है। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी है कि प्रदेश में दोबारा लॉकडाउन की नौबत न आए। इसके लिए कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना होगा। बताया कि उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में आने वाले 12 राज्यों के निवासियों के लिए कोविड-19 रिपोर्ट लानी अनिवार्य कर दी है। उन्होंने कहा कि विधायक शक्तिलाल शाह के पिता स्वर्गीय गोबरु लाल शाह पुराने भाजपा कार्यकत्र्ता थे और उनके साथ काम करने का अवसर उन्हें मिला है। घनसाली विधायक शक्ति लाल शाह ने रामकथा के दौरान मुख्यमंत्री के सामने 26 मांगें रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने विधायक शक्तिलाल शाह को मांगों को लेकर आश्वस्त किया। इस अवसर पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, टिहरी विधायक धन सिंह नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष संजय नेगी, जाखणीधार प्रमुख सुनीता देवी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष परमवीर पंवार, पूर्व प्रमुख बेबी असवाल आदि मौजूद रहे।

बातचीत से बचते दिखे सीएम और पूर्व सीएम

उत्तराखंड सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद गुरुवार को यह पहला मौका था जब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एक ही सार्वजनिक कार्यक्रम में मंच पर उपस्थित रहे। इस बीच एक साथ बैठने के बावजूद वो एक दूसरे से बात करने से बचते दिखे। वहीं मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल आपस में गप्पे लगाते दिखे। स्थानीय निवासियों के साथ-साथ भाजपा कार्यकत्र्ता भी इसकी चर्चा करते रहे। बता दें कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पूर्व सीएम के कार्यकाल में लिए गए कई फैसलों को पलट दिया है। वहीं पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी अभिमन्यु को छल से मारे जाने वाला बयान देकर सुर्खियां बटोर चुके हैं। इस बीच दोनों के बीच तल्खियों की चर्चा भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।

Share
Now