बिहार के DGP आरएस भट्टी को केंद्र ने CISF की कमान सौंपी, वही आईपीएस दलजीत सिंह चौधरी को बीएसएफ का महानिदेशक नियुक्त किया …

IPS दलजीत सिंह चौधरी को सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक पद पर नियुक्त किया गया है। चौधरी अभी एसएसबी के महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे।दोनों आईपीएस अफसर अगले साल रिटायर होने वाले हैं।

IPS भट्टी सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को गिरफ्तार कर चर्चा में आए थे

बताते चलें कि,आरएस भट्टी की छवि एक निर्भीक और सख्त अधिकारी की रही है, बिहार के डीजीपी बनने से पहले वो पटना के सिटी एसपी और सीवान और पूर्णिया जिलों के एसपी रह चुके है, डीआईजी (सीवान), आईजी (पटना जोन), आईजी (सुरक्षा), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के संयुक्त निदेशक और महानिदेशक (नागरिक उड्डयन) शामिल हैं।, आरएस भट्टी बिहार कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वहीं, दलजीत सिंह चौधरी भी यूपी कैडर के 1990 बैच के ही आईपीएस अधिकारी हैं, बता दें कि श्री भट्टी सिवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को गिरफ्तार कर चर्चा में आए थे, इसी महीने उन्होंने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर लौटने का अनुरोध किया था और तब राज्य की नीतीश कुमार सरकार ने इसकी परमिशन दे दी.जानकारी के लिए बता दें,साल 2022 में बिहार की महागठबंधन सरकार ने उन्हें राज्य डीजीपी के तौर पर जिम्मेदारी दी थी. DGP आरएस भट्टी को CISF के डीजी के पद पर नियुक्त किया गया है. अगले आदेश तक वो इसी पद पर बने रहेंगे, श्री भट्टी 30 सितंबर 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं.

दिल्ली में जन्मे यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में की जाती रही है

वहीं दलजीत सिंह चौधरी जो वर्तमान में एसएसबी के महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं, वो अब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक के पद पर तैनात किए गए हैं. इस पद पर वो कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से 30 नवंबर 2025 को उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक या अगले आदेश तक बने रहेंगे. कार्मिक मंत्रालय कथनानुसार कि वर्तमान में सशस्त्र सीमा बल (SSB) के प्रमुख दलजीत सिंह चौधरी को 30 नवंबर 2025 को उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक के कार्यकाल के लिए बीएसएफ के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। दलजीत सिंह चौधरी उत्तर प्रदेश कैडर के 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनका जन्म 25 नवम्बर 1965 को में हुआ था। दिल्ली में जन्मे यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी दलजीत सिंह चौधरी की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में की जाती रही है, उन्हें 3 बार राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जा चुका है, आईपीएस दलजीत चौधरी की बहादुरी को देखते हुए उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की (उत्तर प्रदेश सरकार) में एडीजी एलओ यानी अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था बनाया गया था।

रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा

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