ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि यदि ईरान 60 दिन (अब दो‑हफ्ते बचा है) के भीतर परमाणु डील स्वीकार नहीं करता तो “और भी निर्दयता से” हमला होगा – जिसमें GBU‑57 जैसा मेगा‑बंकर बस्टर बम प्रयुक्त हो सकता है उद्धरण
ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी हमले के बाद, राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिका का लक्ष्य ईरान की परमाणु क्षमता को पूरी तरह खत्म करना और भविष्य के खतरे को टालना है।
ट्रंप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जोर देते हुए कहा:
“कोई भी सेना वह नहीं कर सकती जो अमेरिकी सेना ने कर दिखाया है। हमने ईरान के खतरे को वहीं रोका है, जहां से वह पूरी दुनिया को प्रभावित कर सकता था।”
ईरान को सख़्त चेतावनी
राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि ईरान अब भी शांति का रास्ता नहीं अपनाता, तो अमेरिका की अगली कार्रवाई और भी ज़्यादा निर्णायक और विनाशकारी होगी।
पेंटागन के मुताबिक, अमेरिकी हमलों ने ईरान की कई प्रमुख परमाणु और मिसाइल साइट्स को “अस्थायी रूप से निष्क्रिय” कर दिया है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में अत्याधुनिक “बंकर-बस्टर” हथियारों का उपयोग किया गया।