राज्य में पिछले चार-पांच दिनों से बरस रहे बादलों ने प्रदेश की लाइफ लाइन पर ब्रेक लगा दी है।
बारिश के कारण कई क्षेत्र आपदाग्रस्त हैं। इस दौरान आपदा में विभिन्न कारणों से 18 लोगो की मौत हो चुकी है, जबकि 18 लोग घायल हुए हैं। वहीं, इन मानसून सीजन में अब तक 17 से ज्यादा सड़कें बंद हो चुकी हैं, इनमें से 1253 सड़कों को खोला जा चुका है।
पुलों और सड़कों को पूर्ववत स्थिति में लाने के लिए लोनिवि की ओर से अब तक 5642.24 लाख रुपये खर्च होने का आकलन किया गया है।
आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बुधवार को विभिन्न वजहों से कुल आठ लोगों की मौत और 14 लोग घायल हुए हैं।
देहरादून जिले में 3 की मौत, तीन घायल हुए हैं। जबकि उत्तरकाशी में 4 की मौत, 10 घायल, रुद्रप्रयाग में 1 की मौत और पौड़ी में 1 व्यकि की मौत हुई है। इसी तरह से अब तक 17 बड़े पशुओं और 289 छोटे पशुओं की मौत हो चुकी है।
वहीं, फिलहाल प्रदेश में 449 सड़कें बंद हैं। इस मानसून सीजन में सड़कों के बंद होने की यह पहली बड़ी संख्या है। इससे पर्वतीय क्षेत्रों की यात्रा पर निकले लोग और तीर्थयात्री जगह-जगह फंसे हुए हैं।
बीते 24 घंटे में कुल 243 सड़कें बंद हुई हैं, जबकि 315 सड़कें एक दिन पहले से बंद थीं। कुल 558 बंद सड़कों में से बुधवार को मात्र 109 सड़कों को ही खोला जा सका। बुधवार देर शाम समाचार लिखे जाने तक 449 सड़कें बंद थीं।