सपा प्रत्याशी पर भारी पड़ेगा BJP-RLD गठबंधन! इकरा हसन के लिए….

यूपी की कैराना लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग को होनी है. जिसे लेकर यहां का सियासी तापमान हाई है. बीजेपी ने यहां से मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी को ही टिकट दिया है. समाजवादी पार्टी की ओर से इकरा हसन मैदान में है तो वहीं बसपा ने श्रीपाल सिंह को टिकट देकर मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है.

जयंत चौधरी से हाथ मिलाने से बीजेपी होगा फायदा

मिशन 80 का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरी बीजेपी के लिए कैराना सीट काफी अहम हो जाती है. पिछली दो बार से यहां लगातार बीजेपी ही जीतती आ रही है. पश्चिमी यूपी में राष्ट्रीय लोकदल से गठबंधन के बाद यहां बीजेपी की स्थिति मजबूत दिख रही है. हालांकि जाट वोटरों में प्रदीप चौधरी को लेकर थोड़ी नाराजगी जरूर हैं लेकिन, जयंत चौधरी के हाथ मिलाने से ये थोड़ी कम होती दिख रही है.

सपा प्रत्याशी इकरा हसन को मुस्लिम वोटर्स का साथ तो ही है इसके साथ ही वो सपा के पीडीए फ़ॉर्मूले पर चलते हुए ओबीसी और दलित वोटर्स में सेंध लगाने की कोशिश कर रही है लेकिन बसपा ने ठाकुर समुदाय से आने वाले श्रीपाल सिंह को टिकट देकर बीजेपी की चुनौती बढ़ा दी है. उनके आने से नाराज ठाकुर बसपा की ओर रख कर सकते हैं तो वहीं दलित वोटर्स भी उनके साथ है.

कैराना में दिलचस्प हुई लड़ाई

कैराना सीट अपने जातीय समीकरण को लेकर सुर्खियों में रहती है, इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स निर्णायक भूमिका में हैं तो वहीं जाटों की भी अच्छी खासी तादाद हैं. हिन्दू मुस्लिम वोटर्स के समीकरण के चलते यहां कभी किसी एक पार्टी का वर्चस्व नहीं रहा है. इस सीट पर मुस्लिम, जाट, गुर्जर और दलित वोटर्स अहम भूमिका निभाते हैं. मुस्लिम और यादव वोटरों ने यहां हमेशा सपा का साथ दिया है.

कैराना की सियासी समीकरण

कैराना लोकसभा में शामली जिले की 3, सहारनपुर की 2 विधानसभाएं आती है. कैराना में BJP ने मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी, सपा ने पूर्व सांसद मुनव्वर हसन की बेटी इकरा चौधरी को टिकट दिया है. ये सीट किसी एक पार्टी का गढ़ नहीं हालांकि BJP को RLD से गठबंधन का फायदा मिलने की उम्मीद है.

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