पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा हालिया हमलों की श्रृंखला ने सुरक्षा स्थिति को और जटिल बना दिया है। 11 मार्च 2025 को, BLA ने बोलन क्षेत्र में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया और उसमें सवार 182 यात्रियों को बंधक बना लिया। BLA ने चेतावनी दी कि यदि उनके खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई की गई, तो वे सभी बंधकों को मार देंगे।
इससे पहले, फरवरी 2025 में, बलूचिस्तान के कालात क्षेत्र में BLA और पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में 18 सैनिक और 23 विद्रोही मारे गए थे। BLA ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
इन घटनाओं के बाद, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बलूचिस्तान में अलगाववादी समूहों के खिलाफ व्यापक सैन्य अभियान शुरू करने की मंजूरी दी थी। यह निर्णय क्वेटा रेलवे स्टेशन पर नवंबर 2024 में हुए आत्मघाती हमले के बाद लिया गया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
BLA ने अपनी कार्रवाइयों को बलूचिस्तान में चीनी निवेश और पाकिस्तान सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध के रूप में प्रस्तुत किया है। वे विशेष रूप से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) परियोजनाओं का विरोध करते हैं, जिन्हें वे स्थानीय समुदायों के अधिकारों का उल्लंघन मानते हैं।
इन घटनाओं ने बलूचिस्तान में असुरक्षा की स्थिति को और बढ़ा दिया है, जहां स्वतंत्रता संगठनों और राज्य बलों के बीच संघर्ष जारी है। पाकिस्तान सरकार ने इन हमलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की घोषणा की है, लेकिन क्षेत्र में स्थिरता की बहाली एक चुनौती बनी हुई है।